हमीरपुर
हमीरपुर ज़िला में प्रकाश पर्व दीपावली रविवार को पारंपरिक श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। लोग अपने घरों एवं प्रतिष्ठानों को दीपों एवं झालरों से सजा कर और पटाखे चलाकर तथा मित्रों एवं रिश्तेदारों में मिठाइयां बांट कर परस्पर खुशियां मना रहे हैं।यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। लोगों ने घरों में रंगोली बनाई और साँझ वेला में धन की देवी लक्ष्मी की पूजा की ।।यह त्योहार निराशा पर आशा की और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। वहीं प्रकाशोत्सव दर्शाता है कि अंतत: सत्य और नैतिकता की ही विजय होती है।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर , मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर , पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने दीपावली के पावन अवसर पर बहुत बहुत शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि रोशनी का यह उत्सव हम सभी के जीवन में नया प्रकाश लेकर आए और हमारा देश सदा सुख, समृद्धि और सौभाग्य से आलोकित रहे।
सावधानी जरूरी
दीपावली पर विशेष तौर से आतिशबाजी को लेकर सावधानी ज़रूरी है। हर साल हादसों में बच्चे-बड़े झुलस जाते हैं। वहीं, ध्वनि और वायु प्रदूषण से सांस-हृदय रोगियों की परेशानी बढ़ जाती है। गलत खानपान भी सेहत बिगाड़ देता है।ऐसे में सावधानी जरूरी है।
ये भी रखें ख्याल
- कम आवाज व कम मात्रा में आतिशबाजी छोड़ें
- खुली जगह पर ही आतिशबाजी चलाएं।
- आतिशबाजी के स्थान पर पानी की बाल्टी अवश्य रखें।
- पटाखे दागते समय केवल सूती एवं पूरी बांह के कपड़े ही पहनें
- दीयों में शुद्ध सरसों का तेल जलाएं
- दमा के मरीज इन्हेलर पास ही रखें। आतिशबाजी स्थल से दूर रहें।
- बच्चों को अकेले आतिशबाजी न चलाने दें
- घर में बर्न क्रीम व अन्य दवाएं जरूर रखें।
- रात दस बजे के बाद पटाखे न फोड़ें ।