नगर परिषद की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में
घुमारवीं,
स्थानीय निवासियों रविंद्र ,महेंद्र ,राजकुमार ,दिनेश कुमार, प्रकाश चंद ,बुद्धि सिंह ,रीता देवी ,निर्मला देवी, विमला देवी ,अमरदीप , वंती देवी आदि ने कहा कि लाखों रुपए की लागत से निर्मित परंतु वीरान पड़ी सब्जी मंडी के प्रांगण में नगर परिषद घुमारवीं द्वारा कूड़ा अलग करने के नाम पर कूड़ा फेंकने के चलते कूड़े का अंबार लग गया है जिससे अंबेडकर वार्ड के निवासियों को सांस लेना भी दूभर हो गया है
यही नहीं 3 दिन पहले किसी दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल एक गाय जिसकी टांगे व गर्दन टूट गई है को सब्जी मंडी प्रांगण में छोड़ दिया गया है जो उठने के काबिल भी नहीं है। नगर परिषद कार्यालय से महज 500 मीटर दूर इस स्थान पर कूड़े के लगाए ढेर ना केवल नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हैं ?बल्कि पशु चिकित्सालय महज 100 मीटर दूर होने पर भी गाय को मरने के लिए छोड़ देना व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाते हैं ।ग्रामीणों की माने तो उनके द्वारा अपने स्तर पर इस गाय की देखभाल व उपचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महज 3 माह पूर्व भी एक गाय को इस स्थिति में यहां पर छोड़ दिया गया था ग्रामीणों ने कुछ दिनों तक उसकी देखभाल की थी परंतु उसके मरने के बाद नगर परिषद द्वारा उसे साथ लगती जमीन पर ही दबा दिया गया था ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि नगर परिषद घुमारवीं को सब्जी मंडी के समीप कूड़ा ना फेंकने व गाय के इलाज की व्यवस्था किए जाने की मांग की है। उधर अंबेडकर वार्ड सदस्य रीता बंसल ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए कई बार मांग करने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते समस्या का स्थाई समाधान नहीं किया गया तो गांव वासियों को मजबूरन आंदोलन शुरू करना पड़ेगा।
उधर नगर परिषद अध्यक्ष राकेश चोपड़ा ने कहा कूड़े की समस्या के स्थाई समाधान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं उन्होंने कहा कि कूड़ा अलग करने के बाद प्लास्टिक बरमाना भेजा जा रहा है परंतु कुछ दिनों से यह कूड़ा बरमाना ना जाने के कारण समस्या आई थी जिसका समाधान कर लिया गया है उन्होंने कहा कि घायल गाय के उपचार के लिए पशु विभाग से उन्होंने संपर्क कर बुधवार को उपचार शुरू करने का आग्रह किया है।