हमीरपुर,
वरिष्ठ कांग्रेस नेता दीपक शर्मा ने कहा है कि
हमीर उत्सव आनन-फानन में दो दिन का आयोजन कर मात्र रस्मअदायगी की गई और लाखों रुपए की फ़िज़ूलखर्ची की गई।
उन्होंने कहा कि हमीर उत्सव जिला का ऐतिहासिक पर्व है जिसका यहां के स्थानीय व्यपारियों, कलाकारों-साहित्यकारों,युवाओं सहित आम जनता को हर साल इंतज़ार रहता था। लेकिन इस बार भाजपा सरकार ने पहले तो इस आयोजन से कन्नी काटी और निर्धारित तिथियों पर इसका आयोजन नहीं किया । जब कांग्रेस पार्टी द्वारा हमीर उत्सव न मनाए जाने पर प्रशासन का विरोध किया गया तो आनन-फानन में दो दिन का आयोजन कर मात्र रस्मअदायगी की गई और लाखों रुपए की फ़िज़ूलखर्ची की गई।
दीपक शर्मा ने कहा कि पूरे आयोजन में यूं लगा जैसे चंद भाजपा पदाधिकारियों के लिए ही इसका आयोजन किया गया था।आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए जिसके चलते आमजन की भागीदारी शून्य थी।जो लोग हमीर उत्सव का नाम सुन कर आए भी उनको भी भारी निराशा हुई।ऐसा भाजपा सरकार में पहली बार जनता ने ये हाल देखा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस उत्सव का स्तर इस सरकार ने गिरा दिया है जिससे हमीरपुर की जनता को ठेस पहुंची है।उन्होंने कहा की सरकार द्वारा सांस्कृतिक सँध्याओं में भी एक दिन पहाड़ी कलाकारों के लिए देने का ऐलान किया गया था लेकिन आयोजन बाहरी कलाकारों का ही रहा।ये स्थानीय कलाकारों की अनदेखी है।दीपक शर्मा ने कहा कि हमीरपुर उत्सव जो कि तीन दिन का होता था भाजपा सरकार ने दो दिन का कर दिया लेकिन मात्र देख ही दिन में समेट लिया गया।इससे सरकार की लापरवाही का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि लोकसंस्कृति, पुरातन विधाओं,स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करने आदि विषयों पर भाजपा भाषणबाजी तो करती है लेकिन ज़मीनी हक़ीक़त में झूठ के अलावा कुछ नहीं है।उन्होंने कहा कि यहां तक कि भाजपा के नेता ये भी नहीं जानते कि हमीर उत्सव कब शुरू हुआ था और क्यों शुरू हुआ था।इसकी सही जानकारी न होने के कारण भाजपा नेता इसके बारे में मीडिया के माध्यम से भी विकृत जानकारी दे रहे हैं जो निंदनीय है।