ऊना,
जिला ऊना की ग्राम पंचायत कटौहड़ कलां निवासी सोनाली शर्मा का दिव्यांगता प्रमाण पत्र आखिरकार बन गया है। पिछले 8 वर्षों से बीमारी से ग्रस्त सोनाली ज्यादा देर न तो बैठ सकती हैं और न ही चल फिर सकती हैं, लेकिन दिव्यांगता प्रमाण पत्र के अभाव में उसे प्रदेश सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा था।
37 वर्षीय सोनाली शर्मा ने बताया कि 28 जनवरी को उपायुक्त ऊना संदीप कुमार उनकी पंचायत कटौहड़ कलां के दौरे पर आए थे तो वह अपनी समस्या लेकर किसी तरह से डीसी से पास पहुंची और मदद करने की गुहार लगाई। उपायुक्त ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए सोनाली को मदद का आश्वासन दिया। वहां मौजूद ग्राम पंचायत प्रधान नीलम डोगरा की पहल पर उन्हें गगरेट में चल रहे विशेष दिव्यांगता कैंप में गाड़ी के माध्यम से पहुंचाया गया। जहां पर उनका मेडिकल हुआ और उसी दिन प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक सोनाली 60 प्रतिशत तक दिव्यांग हैं।
प्रधान ग्राम पंचायत कटौहड़ कलां नीलम डोगरा ने कहा कि सोनाली शर्मा एक गरीब परिवार से संबंध रखती है और उसका मायका उत्तर प्रदेश के आगरा में है, जबकि ससुराल उनकी पंचायत में पड़ता हैं। सोनाली के पति ड्राइवर हैं, ऐसे में परिवार का गुजर-बसर मुश्किल से होता है। उपायुक्त संदीप कुमार ने सोनाली की मदद कर उसे दिव्यांगता प्रमाण दिलाया है और उसे पेंशन लगाने का आश्वासन दिया है।
इस संबंध में डीसी संदीप कुमार ने कहा कि दिव्यांगता का दंश झेल रही सोनाली शर्मा जानकारी के अभाव में सरकारी सुविधाओं के लाभ से अब तक वंचित रही है। सोनाली का दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाकर उसे दे दिया गया है और उसे दिव्यांगता पेंशन के तहत आर्थिक सहायता देने का प्रयास किया जा रहा है। दिव्यांगता पेंशन में 40-69 प्रतिशत व्यक्ति को 850 रुपए प्रतिमाह पेंशन प्रदान करने का प्रावधान है, बशर्ते उसकी वार्षिक आय 35 हजार रुपए से कम हो। सोनाली को पेंशन के लिए आवेदन करने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि कुछ पात्र व्यक्ति जानकारी के अभाव में सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते। इसीलिए 15 जनवरी को जिला में जन कल्याण के लिए काम कर रहे एनजीओ के लिए शिविर लगाया जाएगा, ताकि वह जरूरतमंदों को सही रास्ता दिखाकर उनकी मदद कर सकें। इस शिविर में गैर सरकारी संगठनों को सरकारी की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाएगी।