हमीरपुर ,
हमीरपुर मैडिकल कालेज की व्यवस्था को लेकर अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से शिकायत होगी। यह शिकायत दी हमीरपुर उपभोक्ता संरक्षण संगठन करेगा ।
एडवोकेट सुशील शर्मा की अध्यक्षता में हुई एक अहम बैठक के दौरान इस सम्दर्भ में निर्णय लिया। बैठक में सदस्यों ने बताया कि मैडिकल काॅलेज अस्पताल की दशा क्षेत्रीय अस्पताल से भी बुरी है तथा मरीजों की तकलीफों को बढाने वाली है। वर्तमान में अस्पताल प्रशासण मरीजों को सुविधा प्रदान करने में पूरी तरह से नाकाम रहा है।
हमीरपुर मैडिकल कालेज में यह हैं दिक़्क़तें
संगठन के सदस्यों ने हैरानी प्रकट करते हुए कि कई बार ओपीडी में डाॅक्टर साढे तीन बजे के बाद मिलते ही नहीं है और अगर कोई डाॅक्टर बैठे भी हों तो मरीज अधिक न होने के बावजूद साढे तीन बजे के बाद नई पर्चियां नहीं ली जाती हैं।
सदस्यों ने कहा कि मैडिकल काॅलेज के प्रोफैसर और सहायक प्रोफैसर्ज के ओपीडी में मरीजों को देखने की वयवस्था भी आईजीएमसी और टांडा मैडिकल काॅलेज की तर्ज पर मरीजों की जानी चाहिए।
सदस्यों ने कहा कि कई बार यह भी देखने में आया है के आपात सेवा के दौरान के मरीजों को विशेषज्ञ चिकित्सकों से चैक करवाए बिना ही रैफर कर दिया जाता है। इस तरह की व्यवस्था को भी दुरस्त किए जाने की आवश्यक्ता है।
संगठन के सदस्यों ने बताया कि हमीरपुर मैडिकल काॅलेज में दवाईयों के आबंटन के समय आधा-आधा घंटा कतारों में लगे मरीजों का जब नम्बर आता है तब चार बजे काउंटर बंद कर दिया जाता है। जबकि दवाई आबंटित किए जाने की गति अत्यंत धीमी है।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनसुख पठानिया, महासचिव मनोहर लाल कानूनगो, पुरषोत्तम कालिया, सुरेंद्र कुमार धीमान, जीसी शर्मा, कोषाध्यक्ष युद्धवीर पठानिया, शंभु राम, एसके कौड़ा , हेम राज शर्मा भी उपस्थित थे।