हमीरपुर / रजनीश शर्मा
तीन स्कूली छात्राओं पर हुए एसिड हमले के बाद शिक्षा विभाग भी चौकन्ना हो गया है। हमीरपुर जिला के टौणी देवी क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में शनिवार को हुए एसिड हमले की जाँच के लिए कार्यकारी शिक्षा उपनिदेशक अजय पटियाल सोमवार को जाँच के लिए घटनास्थल पर पहुँच गये। फ़ोन पर हुई बात पर अजय पटियाल ने बताया कि बच्चियों के इलाज का सारा ख़र्च शिक्षा विभाग वहन करेगा। तीन में से दो बच्चियों पर एसिड का आंशिक असर हुआ है जबकि तीसरी बच्ची के चेहरे पर तेज़ाब के छींटों से पड़े निशानों में जलन अभी ख़त्म नहीं हुई है।
वहीं इस मामले को लेकर सुजानपुर थाने में रविवार को एफ़आईआर दर्ज होने के बावजूद घटना के 40 घंटे बीत जाने पर भी प्रभावित परिवारों को मिलने कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुँचा है और ना ही एसिड हमले की पीड़ितों को नियमों के तहत तुरंत राहत राशि मिल पाई है।
एक पीड़ित बच्ची के पिता एवं माँ ने कहा है कि उन्हें अभी तक एफ़आईआर की प्रतिलिपि भी नहीं मिल पाई है। बच्ची की माँ ने कहा कि उन्हें इस बारे कोई क़ानूनी ज्ञान नहीं है, वह बेटी के इलाज कि लिए चिंतित हैं।
इस बारे में शिक्षा उपनिदेशक अजय पटियाल ने घटनास्थल से बताया कि वह संपूर्ण रिपोर्ट तैयार कर शिक्षा निदेशक शिमला को भेज रहे हैं। रिपोर्ट में आरोपी छात्र के पूर्व के व्यवहार , शिकायतों , स्कूल द्वारा की गई कार्यवाही इत्यादि को लेकर बयान दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरी जाँच के बाद ही आरोपी छात्र को स्कूल से निष्कासित करने बारे अंतिम निर्णय लिया जाएगा।जाँच के दायरे में स्कूल स्टाफ़ की भूमिका एवं साईँस टीचर की ज़िम्मेदारी भी शामिल है।