हमीरपुर / रजनीश शर्मा
केंद्र तथा राज्य सरकारें मध्यम वर्ग को राहत देने की बजाय कुठाराघात करने में लगी है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम कौशल ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कर्मचारियों तथा पेंशनरों के मॅहगाई भत्ते में होने वाली बढ़ोत्तरी को सीज़ करना तथा प्रति माह एक दिन के वेतन की कटौती करना केंद्र और प्रदेश सरकार के ऐसे ही फैसले हैं।
प्रेम कौशल ने कहा कि महामारी के खिलाफ अपनी जान जोखिम में डाल कर सीधी जंग लड़ रहे डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ,पुलिस कर्मियों, सफाई कर्मियों, आशा वर्करों और अन्य करोड़ों कोरोना वाररियर की तन्ख्वाह में एक दिन की कटौती तथा महँगाई भत्ते में होने वाली बढ़ोतरी को सीज़ कर इन महान योद्धाओं को पुरुस्कृत करने का महान कार्य दोनों सरकारों ने किया। प्रेम कौशल ने कहा कि देश के गरीबों के जनधन खातों में 500 रुपए डाल कर करोड़ों गरीबों का मज़ाक़ उड़ाया गया।मजबूर तथा असहाय लोग 500 रुपए बैंको से निकलवाने के लिये लम्बी लम्बी कतारों में खड़े हो गए।
उन्होंने कहा कि विश्व के तमाम देशों ने इस महामारी के साथ लड़ रही अपनी जनता को राहत देने का कार्य किया परन्तु 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था का दम भरने वाली मोदी सरकार ने राहत देना तो दूर उल्टा कोरोना की आड़ में जनता की जेब काटने का कार्य प्रारंभ कर दिया। कांग्रेस प्रवक्ता ने सरकार से आग्रह किया कि वर्तमान परिस्थिति में आर्थिक मैनेजमेंट करने के उद्देश्य से जनविरोधी फैसले लेने की बजाए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से परामर्श करे।