Thursday, March 28, 2024
Follow us on
ब्रेकिंग न्यूज़
-
कविता

रिमझिम रिमझिम

-
प्रीति शर्मा असीम | July 08, 2020 05:15 PM

रिमझिम- रिमझिम

आओ फूहारों ,
मीठे गीत सुनाओं फुहारों।

प्यारी-प्यासी इस धरती पे।
प्रेम का जल बरसाओं फूहारों।।

रिमझिम - रिमझिम
आओं फूहारों।

धान के खेत की आस पूजादों।
पपीहे-चातक की प्यास बुझादों।

प्रेमी-मन भीगे संग-संग।
पुलकित सपनों को,
आस बंधा दो।

रिमझिम रिमझिम
आओं फूहारों।।

मिलन के राग,
सुनाओं फूहारों।

सा -रे -गा -मा को
सुरों में भरके।
मचले मन में,
तरंग उठाओं।

बचपन भी ,
भूलकर सारे बंधन।
कहों .......आ के
कागज़ की नाव चलाओं।


सबकी आंखों में,
उल्लास बन छा जाओं।
सूखी धरा हरी -भरी कर जाओं।

रिमझिम -रिमझिम
सावन आओं।।


-
-
Have something to say? Post your comment
-
और कविता खबरें
एसजेवीएन लिमिटेड द्वारा अखिल भारतीय कवि सम्‍मेलन का आयोजन राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान 2023 से सम्मानित हुए युवा कवि राजीव डोगरा https://youtube.com/watch?v=CwwB-3QWd7c&si=sDQTJwQAxAjzhthR हिंदी की यही अभिलाषा हिंदी बने राष्ट्रभाषा; लोकेश चौधरी क्रांति आन मिलो मुरारी: सबके चित में तुम बसे , जैसे मुरली ताल शान ए कांगडा़ सम्मान से सम्मानित हुए युवा कवि राजीव डोगरा आज मैं आजादी की गाथा सुनाती हूं ,कैसे मिली आजादी यह सबको बताती हूंं ; लोकेश चौधरी ' क्रांति नैनों में तस्वीर तुम्हारी ,दिल में यादों का संसार ;अंजना सिन्हा "सखी पुकार रही है उसकी सजनी, अबकी मिल जाए मेले; अंजना सिन्हा "सखी " जय हिंद के प्रहरी ; पूनम त्रिपाठी "रानी" मुझे भूलना इतना आसान न होगा; पूनम त्रिपाठी "रानी"
-
-
Total Visitor : 1,63,81,265
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy