Friday, March 29, 2024
Follow us on
ब्रेकिंग न्यूज़
-
कविता

कविता...कारगिल विजय दिवस

-
उमा ठाकुर | July 26, 2020 07:21 PM

शिमला,

श्रद्धा सुमन अर्पित उन वीरों को
विजय का जो परचम लहराया
राष्ट्र ध्वज चोटियों पर फहराकर
माँ भारती का मान बढ़ाया.
कारगिल विजय दिवस पर
याद आयी शूरवीरों की कुर्बानियाँ
शहादत की अनसुनी कहानियाँ.
लहु जो बहा सरहद पर
वो न था कतरा किसी मज़हब का
था बस केसरी रंग हिन्दुस्तानी.
चोटियां से भी ऊंचा बहुत ऊंचा
था हौसला इन वीरों का
कैप्टन विक्रम बत्रा,
सौरभ कालि़या जैसे अनेकों
रंणबाकुरों ने कारगिल
द्रास की चोटियाँ फतह कर
दुश्मन को मार भगाया था.
माँ,बेटी,पत्नी,बहन के ज़ज्बे को
भी उनके कहाँ हम भूल पाएगें
तिरगें मे लिपटे अमर वीरों की
शौर्य गाथा सदियों तक
भावी पीढ़ी को सुनायेंगें.

-
-
Have something to say? Post your comment
-
और कविता खबरें
एसजेवीएन लिमिटेड द्वारा अखिल भारतीय कवि सम्‍मेलन का आयोजन राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान 2023 से सम्मानित हुए युवा कवि राजीव डोगरा https://youtube.com/watch?v=CwwB-3QWd7c&si=sDQTJwQAxAjzhthR हिंदी की यही अभिलाषा हिंदी बने राष्ट्रभाषा; लोकेश चौधरी क्रांति आन मिलो मुरारी: सबके चित में तुम बसे , जैसे मुरली ताल शान ए कांगडा़ सम्मान से सम्मानित हुए युवा कवि राजीव डोगरा आज मैं आजादी की गाथा सुनाती हूं ,कैसे मिली आजादी यह सबको बताती हूंं ; लोकेश चौधरी ' क्रांति नैनों में तस्वीर तुम्हारी ,दिल में यादों का संसार ;अंजना सिन्हा "सखी पुकार रही है उसकी सजनी, अबकी मिल जाए मेले; अंजना सिन्हा "सखी " जय हिंद के प्रहरी ; पूनम त्रिपाठी "रानी" मुझे भूलना इतना आसान न होगा; पूनम त्रिपाठी "रानी"
-
-
Total Visitor : 1,63,86,673
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy