मंडी,
लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं कोविड अस्पताल नेरचौक के कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ प्रदीप बंसल का कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद चंडीगढ़ में देहांत हो गया है। डॉ प्रदीप बंसल हिमाचल प्रदेश के पहले कोरोना वरियर्स डॉक्टर हैं जिनका इस महामारी में हिमाचल प्रदेश में देहांत हुआ है। बे करीब 15 दिन पहले नेरचौक में ही कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए थे। इसके बाद इन्हें ज्यादा तकलीफ होने पर आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया था। वहां 5 दिन वेंटिलेटर पर रहे और वहां से भी 2 दिन पहले ही इन्हें चंडीगढ़ के प्राइवेट हॉस्पिटल आई बी आई में शिफ्ट किया गया था लेकिन इस दौरान रविवार सुबह 10:00 बजे इनका वहां देहांत हो गया। बता दें कि डॉ प्रदीप बंसल की बेटी भी 10 दिन पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अपने गृह हलके के बगस्याड़ में बतौर मेडिकल अफसर तैनात है और बाड़ा पी एच सी में ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित हो गई थी और इसके बाद बाप और बेटी दोनों को नेरचौक मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर में होम आइसोलेशन में रखा गया था। बताया जा रहा है कि डॉक्टर बंसल का परिवार 3 सप्ताह पूर्व पटियाला में अपने परिजनों के घर गए थे और जहां उनके किसी करीबी रिश्तेदार की मृत्यु हुई थी। उसके बाद जब परिवार नेरचौक लौटा तो सैंपल देने के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। नेरचौक मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ जीवानंद चौहान ने डॉक्टर बंसल की मौत होने की पुष्टि की है। ये बनूर मोहाली के रहने वाले थे और नेरचौक मेडिकल कालेज में कार्यरत थे।