नेरवा
राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल नेरवा का नाम आज इतिहास के पन्नो में दर्ज हो गया ! नेरवा में एक ऐसा सम्मान समारोह आयोजित किया गया जो प्रदेश में आज से पहले कहीं भी आयोजित नहीं हुआ था ! स्कूल के प्रधानाचार्य केवल राम चौहान नेअक्टूबर 2016 में स्कूल के प्रधानाचार्य का पदभार सँभालने के बाद स्कूलकी भूमि के विस्तारीकरण के लिए भूमि खरीदने की मुहीम शुरू की थी,जिसकेतहत स्कूल के पूर्व छात्रों से इस कार्य के लिए धन राशि दान करने की अपीलकी गई ! केवल राम के इस प्रयास को पंख लगते गए व महज एक साल के भीतर हीभूमि क्रय के लिए आवश्यक 45 लाख रुपये दान राशि से एकत्रित हो गए !परिणाम स्वरुप प्रदेश के शिक्षा मंत्री सुरेश भरद्वाज ने आज इस भूमि काचौपाल के विधायक बलवीर सिंह वर्मा की उपस्थिति में विधिवत लोकार्पण भी करदिया ! स्कूल प्रबंधन की ओर से रविवार को दान देने वाले पूर्व छात्रों केसम्मान में एक भव्य समारोह का आयोजन किया,जिसमे शिक्षा मंत्री नेमुख्यातिथि के रूप में शिरकत की व दानी पूर्व छात्रों को सम्मानित किया !इस अवसर पर उन्हों ने प्रदेश सरकार की "अखंड शिक्षा ज्योति-मेरे स्कूल सेनिकले मोती" का प्रदेश में शुभारम्भ भी किया ! इस योजना के नेरवा से शुरूहोने से एक यह उपलब्धि भी इस स्कूल के नाम जुड़ गई ! इस अवसर परअपने सम्बोधन में शिक्षा मंत्री ने कहा कि नेरवा स्कूल के पूर्व छात्रों व प्रधानाचार्य केवल राम के नेतृत्व में स्कूल स्टाफ व प्रबंधन ने प्रदेश में एक मिसाल कायम की है ! ऐसा प्रदेश के इतिहास में पहली बार हुआ है जब स्कूल के पूर्व छात्रों ने एक,दो नहीं पूरे पैंतालीस लाख रुपये भूमि खरीदने के लिए दान दिए हों ! उन्हों ने दानी छात्रों व स्कूल प्रबंधन के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि स्कूल का यह प्रयास मॉडल रोल साबितहोगा व इसे पूरे प्रदेश में प्रचारित किया जाएगा ! उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्कूल ऐसा मंदिर है,जहां से नागरिकके व्यक्तित्व का विकास शुरू होता है ! उन्हों ने शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पहले जहां विदेशों से शिक्षा ग्रहण करने
के लिए लोग तक्षशिला व नालंदा आया करते थे,वहीँ अब भारतीय अच्छी शिक्षा की तलाश में विदेशों के ओर भाग रहे हैं !
यदि एक सर्वेक्षण पर गौर किया
जाए तो प्रदेश के छात्रों में सीखने की कला लुप्त होती जा रही है ! शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए सरकार,अध्यापकों,अभिभावकों व छात्रों
को मिल कर प्रयास करने होंगे !
प्रदेश में अध्यापकों की कमी पर बोलते हुए उन्हों ने कहा कि शिक्षकों की सबसेअधिक कमी जिला शिमला,सिरमौर व चम्बा में है ! उन्हों ने यह भी माना किसरकार के पास शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए सीमित संसाधन हैं !सुरेश भारद्वाज ने विश्वास दिलाया कि एक साल के भीतर ऊपरी शिमला में
शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए ठोस प्रयास किये जाएंगे ! उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि वह इस क्षेत्र में काम करना चाहते हैं,जिसके
लिए सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया है ! वह शिक्षा मंत्री बनना चाहते हैं नाकि ट्रांसफर मंत्री !
इस मौके पर उन्हों ने स्कूल के विज्ञानं प्रयोगशाला व इनडोर स्टेडियम के लिए
22 लाख रुपये देने व एक वाणिजय ब्लॉक बनाने की भी घोषणा भी की ! उन्होंने स्कूल प्रबंधन को शौचालय,स्टेज व एक हॉल का एस्टीमेट शीघ्र तैयार करने के निर्देश ते हुए कहा कि एस्टीमेट आने के बाद इन तीनों योजनाओं को भी शीघ्र पूरा करवा दिया जायेगा ! इस अवसर पर चौपाल के विधायक बलवीर सिंह वर्मा,प्रदेश भाजपा प्रवक्ता शशि दत्त शर्मा,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सीमा मेहता,सुरेंद्र, उच्च शिक्षा उप निदेशक राजेशवरी बत्ता.प्रारंभिक
शिक्षा उप निदेशक, राकेश वशिष्ठ,एसडीएम चौपाल मुकेश रिपासवाल,डीएसपी चौपाल संतोष शर्मा,चौपाल भाजपा मंडलाध्यक्ष मंगत राम व उपमंडल चौपाल के समस्त विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे !