महिला काव्य मंच द्वारा मनाया गया बसंत महोत्सव
आयोजित की ऑनलाइन काव्य गोष्ठी
अहमदाबाद,
' महिला काव्य मंच ' अहमदाबाद इकाई के तत्वाधान में बसंत महोत्सव मनाते हुए आयोजित की ऑनलाइन काव्य गोष्ठी। वसंत के स्वागत करते हुए गोष्ठी का आयोजन वसंत पंचमी के दिन दोपहर 5:00 संध्या 7:00 तक किया गया। यह गोष्टी मंच के संस्थापक नरेश नाज व गुजरात अध्यक्षा मंजू महिमा के प्रोत्साहन से अहमदाबाद इकाई की अध्यक्षा मधु सोसि के द्वारा आयोजित की गई।
कवि गोष्ठी के मुख्य अतिथि के रूप में दोहा कतर से बैजनाथ शर्मा उपस्थित रहे । बैजनाथ शर्मा की उपस्थिति ने कार्यक्रम को वंत कर दिया। तकनीकी सहयोग के रूप में डॉ कुमुद वर्मा ने अमूल्य योगदान दिया। कार्यक्रम में रचना निगम प्रभारी गुजरात उपस्थित रहकर अपनी कविता से वसंत का स्वागत किया। गोष्ठी में अहमदाबाद के 21 कवयित्रियों ने हिस्सा लिया।
बंदना पंचाल,स्मीता ध्रुव, सीमा शर्मा, मधु माहेश्वरी , सरला सुतरिया, मुक्ता मेहता,प्रतिभा पुरोहित. श्रद्धा रमानी , आभा चौहान, कुमुद वर्मा, नीता व्यास, कविता बाजपायी, कविता पंत, विनीता कुमार दिव्या विधानी, मल्लिका मुखर् ,जानकी पालीवाल, मधु प्रसाद डॉ. मीरा रामनिवास , डॉ. प्रणव भारती और मधु सोसि । यह सारी कवयित्रीयां नारी शक्ति का प्रतीक है।
गोष्ठी का मुख्य आकर्षण वसंत पंचमी और मां सरस्वती का वंदन रहा। सभी कवयित्रियों ने बसंत महोत्सव मनाते हुए वसंत ऋतु का जोर- शोर से स्वागत किया। और दूसरी तरफ श्रद्धा रमानी ने अपनी कविता के द्वारा फुर्सत के लम्हों का आनंद महसूस कराया। वहीं दिव्या विधानी ने अपनी कविता के द्वारा हम सबको बारिश की बूंदों में सराबोर कर दिया। आभा चौहान ने अपनी सखियों के साथ मिलकर बड़े जोश में बसंत पर्व मनाया। गुजरात अध्यक्षा मंजू महिमा ने वसंत को मौसम का डाकिया बताते हुए अपनी रचना प्रस्तुत की। इकाई की अध्यक्षा मधु सोसि ने बसंत को चोर बताते हुए पेड़ों पर सोने के दाने उगा दिए।
मुख्य अतिथि बैजनाथ शर्मा ने कार्यक्रम को खूब सराहा। उन्होंने संचालिका नीता व्यास के मंच संचालन उनके द्वारा प्रस्तुत की गई को अद्भुत के कहकर सराहा। मंच के अमदाबाद इकाई को उन्होंने एक सशक्त कहकर संबोधित किया।
धन्यवाद ज्ञापन में डॉक्टर प्रणव भारती ने बैजनाथ शर्मा की उपस्थिति का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कार्यक्रम की संचालिका नीता व्यास खूब प्रशंसा की कुशल मन संचालन हेतु धन्यवाद दिया। सभी उपस्थित कवित्रीयों को और सार्थक रचनाओं के लिए साधुवाद देते हुए की घोषणा की।