लखनऊ,
मां सरस्वती के अवतरण दिवस बसंत पंचमी के अवसर पर विराट कवयित्री परिवार समिति के कार्यक्रम का प्रारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षा डा. अर्पिता अग्रवाल व उपाध्यक्षा साधना मिश्रा विंध्य ने दीप प्रज्जवलित कर किया,कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में मीना कुमारी परिहार शालिनी मिश्रा उपस्थित रहीं।
छत्तीसगढ़ की लोकगायिका लक्ष्मी करियार ने सुमधुर सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का भव्य आगाज़ किया !
"ऊं वाग्दौव्यै च विद्महे ,
कामराजाय धीमहि ।
तन्नो देवी प्रचोदयात्।।"
श्लोक से मां सरस्वती को स्मरण करते हुए मंच के संयोजक आदरणीय अतर सिंह प्रेमी ने सभी को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए सभी प्रतिभागियों की गरिमामयी उपस्थिति के लिए साधुवाद देते हुए मां शारदा के जयघोष के साथ मंच संचालिका वीणा आडवाणी व साधना मिश्रा विंध्य को मंच संचालन का कार्यभार दिया।
डॉ. अर्पिता अग्रवाल ,कार्यक्रम की मुख्य अतिथि साहित्य साधिका , प्राचार्या बाबा ब्रह्म देव महाविद्यालय ,शिक्षाविद् डॉ शालिनी मिश्रा ,कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि साहित्य साधिका वरिष्ठ कवयित्री लेखिका, शिक्षिका डॉ.मीना कुमारी परिहार की उपस्थिति में सुंदर कार्यक्रम संपन्न हुआ कार्यक्रम में समस्त भारतवर्ष के विभिन्न प्रांतों से सुप्रसिद्ध कवयित्रियों ने प्रतिभाग किया गीता जैन ,नैन्सी गुप्ता ,हेमा जैन ,इन्दु उपाध्याय ,शिप्रा शालिनी, गीता पाण्डेय 'अपराजिता' , संगीता शर्मा कुंद्रा ,मीना दुगड़ , क्रांति श्रीवास्तव ,डॉ अलका पाण्डेय , डा वीना गर्ग ,गायत्री ठाकुशोभारानी तिवारी ,रानी नारंग ,मीनू मीना सिन्हा मीनल ,नूतन कुमारी ,रीना कुमारी ,डॉ. सुधा सिंह ,नीलम डिमरी, रंगोली सिन्हा ,कंचन मिश्रा ,कुसुम अग्रवाल, डॉ. दीप्ति गौड़ दीप ,मधु भूतड़ा रंजना बिनानी ,स्वाति जैसलमेरिया ,आरती तिवारी ,मधु वैष्णव मान्या , कलावती करवा ,दीप्ति शर्मा दीप ,साधना मिश्रा ,डाॅ अंजू गोयल, फिरोजाबादडॉ निधि गुप्ता, , प्रतिभा इन्दु कुमारी चन्दादेवी स्वर्णकार, ,योगिता चौरसिया कुमकुम कुमारी'काव्याकृति' रेणु बाला धार, ,अन्नपूर्णा मालवीय सुभाषिनी ,गरिमा विनित भाटिया ,डॉ. उषा पाण्डेय, ,कविता रानी सिंह ,दीपा परिहार दीप्ति,शोभा किरण ,अलका जैन , जया वैष्णव , तथा केवरा यदु "मीरा" राजिम सभी प्रतिभागियों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति और मधुमास ऋतुराज बसंत पर आधारित रचनाओं से समा बांधा।
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षा डॉ. अर्पिता ने सुंदर भावपूर्ण सहज शब्दों से सभी रचनाकारों को प्रोत्साहित किया और सभी विशिष्ट अतिथि जनों का और श्रोता गणों का अभिवादन करते हुए सभी को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की।