अहमदाबाद,
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कमलीना फाउंडेशन बंगलुरू के तत्वाधान में एक काव्य सम्मेलन का ऑनलाइन आयोजन किया गया , इसमें विभिन्न भाषा भाषी प्रांतों से महिलाओं का सहभाग रहा ।जिसमें मुख्य रूप से वरिष्ठ कमलीना सखी सरोज सप्रे और रश्मि रानडे का यह पहला प्रयास था।
बाकी सभी सखियों में विजया रिंगे,लीना पेंढारकर,जयश्रीकांत,आभा चौहान,वनिता अकबोटे,मंजूषा किंजबड़ेकर,परवीन कौसर,राधा गर्दे,सुषमा मोघे,संध्या सरवटे,मीनू सिन्हा मीनल, अनला बापट,वंशिका अल्पना दुबे आदि कवित्रियों ने एक से बढ़कर एक महिलाओं के रूपों का वर्णन किया । किसी ने नारी की सशक्त रूप का वर्णन किया। किसी ने नारी को मां बेटी और पत्नी के रूप में दर्शाया।
कुछ कविताओं के द्वारा नारी पर हो रहे अत्याचार का वर्णन किया। अपनी कविताओं के द्वारा हमारे सैनिकों की मां बेटी पत्नी को सलाम किया।उनकी अलग-अलग व्यक्ति रेखा को तराशा।
कार्यक्रम बड़ा ही मनभावन रहा।
अंत में कमली ने फाउंडेशन की संस्थापिका लीना पेंढारकर जी ने सभी कवयित्रियों को धन्यवाद देते हुए जयश्री कांत जी के मंच संचालन को बहुत सराहा।