शिमला,
प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन में प्रश्नकाल के बाद विपक्ष द्वारा संसद रामस्वरूप शर्मा की आत्महत्या का मुद्दा उठाया गया व् सीबीआई से इस पूरे मामले की जांच कराने की मांग की | इस पर मुख्यमंत्री ने कहा की सांसद के आत्महत्या मामले में राजनीती करना गलत है ,दिल्ली पुलिस ने इस सम्बन्ध में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है ,अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा |
प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान प्रश्नकाल के समाप्त होते ही नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सांसद राम स्वरूप शर्मा की आत्महत्या का मामला सदन में लाया और कहा कि जिस तरह से सांसद संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मिले हैं उसके बाद प्रदेश में अलग तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं और सांसद उपेंद्र रावत जो उनके बगल में रहते थे उन्होंने भी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।इसलिए मुख्यमंत्री को सदन में आत्महत्या के कारणों की जानकारी देनी चाहिए ।मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए।क्योंकि सांसद जनता के प्रतिनिधि थे और 17 लाख लोगों ने उनको संसद में भेजा , इसलिए उनकी मौत के कारणों को जानने का हक लोगों को हैं।इसलिए जब अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की सीबीआई जांच हो सकती है तो सांसद की आत्महत्या की भी सीबीआई जांच होनी चाहिए।
जिस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने जवाब दिया कि दिल्ली पुलिस सांसद की आत्महत्या की घटना की जांच कर रही है और अगर आवश्यकता हुई या परिवार के सदस्यों ने मांग की तो मामले को लेकर प्रदेश सरकार सीबीआई जांच की मांग करेंगे।इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी कहा कि सांसद की आत्महत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है और अभी कुछ भी करना जल्दबाजी होगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के संवेदनशील मामले में राजनीति करना गलत है और सोशल मीडिया में भी तथ्यहीन टिप्पणी करना बेहद गलत है।परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत में जानकारी मिली है उसके अनुसार स्वास्थ्य ही कारण लग रहा है क्योंकि कुछ दिनों से वे शारीरिक रूप से काफी कमजोर हो गए थे और कायाकल्प पालमपुर में उन्होंने कुछ दिन स्वास्थ्य लाभ लिया।इसलिए अभी कुछ कहना और करना जल्दबाजी होगा , पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का इंतज़ार करना जरूरी है उसके बाद ही कुछ निर्णय लिया जा सकता है।