स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की जरूरत लॉकडाउन कोई समाधान नही।
शिमला,
ठियोग के सीपीआईएम विधायक राकेश सिंघा व बीजेपी के बीच सियासी बयानबाजी शुरू हो गयी है।बीजेपी जिला मंडल के अध्यक्ष ने राकेश सिंघा को अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में असफल बताया है। इस पर राकेश सिंघा ने पलटवार किया है बीजेपी की बयानबाजी को बेबुनियाद बताया है।इसके अलावा सिंघा ने कहा है कि कोरोना से बचने के लिए बरतें एहतियात बरतने और,स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की जरूरत है। लॉकडाउन कोई समाधान नही है।
विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि बीजेपी जिला मंडल के अध्यक्ष ने अपनी बयानबाजी में कहा कि ठियोग के विधायक अपनी जिम्मेदारी नही निभा रहे। उनका यह आरोप निराधार है। बीजेपी के लोग यह साबित करना चाहते हैं कि वह काम नही कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ठियोग में पूर्व के विधायकों के समय की योजनाये भी प्राथमिकता तक ही सीमित रही लेकिन धरातल पर कुछ नही हुआ। उनकी डीपीआर तक तैयार नही हो पाई। सिंघा ने कहा कि अब वह योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर डीपीआर तैयार होने के बाद प्राइवेट कंसलटेंट के माध्यम से धरातल पर उतारा जाएगा। बीजेपी केवल दुष्प्रचार कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। पिछले तीन वर्षों में जो भी कानून सरकार ने बनाये है वह पूरा सार्वजनिक क्षेत्रों को निजी हाथों में दिया जा रहा है। निजी स्कूलों द्वारा बसूली जा रही फीस पर सरकार ने कानून नही बनाया क्योंकि स्कूल कॉलेज जो खोले गए है यह सब पैसे बनाने के लिए खोले गए है।
देश व प्रदेश में कोरोना के बढ़ते।मामलों पर सिंघा ने कहा कि कहा कि इस सरकार के अंदर क्षमता नही है कि वर्तमान स्थिति का आंकलन कर सके। कोरोना से मरने वालों की संख्या सरकारी आंकड़ों से कही अधिक है। सरकार को कोरोना हॉस्पिटल को अलग रखना चाहिए। जिससे दुसरे मरीज़ो का भी इलाज किया जा सके।लॉकडाउन जैसे निर्णय की कोई आवश्यकता नही है। अर्थवयस्था अब पटरी पर लौट रही है कोविड की दूसरी लहर में सभी को एहतियात बरतने की आवश्यकता है। सरकार को स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में सुधार करना चाहिये।