हिमालयन अपडेट न्यूज़ डेस्क,
श्री साहित्य कुंज के तत्वाधान में साहित्यिक गोष्ठी में मनोबल बढ़ाने वाली सकारात्मक भाव की रचनाओं की रसधार बही।
ज्ञान की देवी सरस्वती जी के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ निवेदिता श्रीवास्तव के द्वारा वंदना की मोहक प्रस्तुति की गई। मंच की संस्थापिका मनीषा सहाय सुमन ने स्वागत उद्बोधन दिया। मंच की संरक्षिका सीमा सिन्हा मैत्री द्वारा सभी रचनाकारों को आशिर्वचन दिया गया,संचालन मंच का अध्यक्षा प्रतिमा मणि द्वारा किया गया वहीं धन्यवाद ज्ञापन मीरा वर्षा द्विवेदी ने ज्ञापित किया।
करीब 42 रचनाकारों ने अपनी सुंदर रचना से मंच को सुशोभित किया जिनमे...
सीमा सिन्हा मैत्री ,मनीषा सहाय सुमन ,प्रतिमा मणि त्रिपाठी , सुनीता श्रीवास्तव 'सब्बू', डाॅ आकांक्षा चौधरी, गीता चौबे गूँज, नीता शेखर , . पुष्पा सहाय'गिन्नी', रूणा रश्मि "दीप्त, राजीव देवांगन "प्रेम", स्मिता पाल साईं स्मिता, बिंदू प्रसाद रिद्धिमा, विभा वर्मा वाची, रंजना वर्मा उन्मुक्त, कविता रानी सिंह, पुष्पा पाण्डेय, रश्मि सिंह, मीरा द्विवेदी वर्षा 'शचि,,'डॉ सुरिन्दर कौर नीलम ,संगीता सहाय, रजनी शर्मा चंदा ,खुशबू बरनवाल'सीपी', अनुराधा सिंह'अनु', भावना भाव्य,प्रवीना श्री निधि, रेणु बाला धार ,ऋतुराज वर्षा,.सुजाता प्रिय'समृद्धि', .निवेदिता श्रीवास्तव गार्गी,, रेखा पाण्डेय, मुनमुन ढाली, रेणु झा रेणुका,मीनू मीना सिन्हा, मीनल,राँची,कल्याणी झा कनक, वीणा कुमारी, शांभवी तंवर, सुशीला कुमारी, डॉ. पूनम श्रीवास्तव,सुनीता अग्रवाल , संजय कुमार राय, स्वर्णिमा, राजीव थेपड़ा, माधुरी मिश्र , ऐश्वर्या संपन्ना और अन्य ने अपनी प्रस्तुति दी।
श्री साहित्य कुंज की संस्थापिका मनीषा सहाय सुमन ने बताया कि उनका लक्ष्य लोगों के दिलों से कोरोना भय को दूर करना है,और एक सकारात्मक संदेश देना है जिसका वह निरंतर प्रयास कर रहे रहीं है।
उन्होंने कहा कि वे भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर साहित्यकारों के मनोबल को बढ़ाने का प्रयास करती रहेंगी।