ये बारिश का मौसमये चंचल हवाएं
मन मेरा भींगेदिल मेरा ढूंढें
एक गरम चाय की प्यालीजिसमें हो खुशबू सोंधी-सोंधी
बारिश की बौछारें और चाय का साथ जैसे जन्नत में होने का हो एहसास
प्रकृति की सुंदरता निहारतेअन्तर्मन भींगा जाए ।।
ऐश्वर्या संपन्ना