शिमला ,
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित हिमालयन साहित्य सृजन मंच साहित्य के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित करता रहा है। हिमालयन साहित्य सृजन विशेष कार्यक्रम ‘माटी के रंग, लोकगीतों के संग’ कार्यक्रम के एपिसोड-4 का वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान से सुप्रसिद्ध लोक गायक “समाधिया भाइयों” की युगल जोड़ी उमाशंकर समाधिया और पंकज समाधिया रहे।
कार्यक्रम का संयोजन हिमालयन अपडेट अख़बार के संस्थापक और प्रधान सम्पादक अनिल जम्वाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन सुप्रसिद्ध लेखक एवं कवि विक्रम मिल्की बाबूलाल शर्मा द्वारा किया गया।
आगे कार्यक्रम का संचालन करते हुए विक्रम मिल्की बाबूलाल शर्मा ने उनके जीवन से संबंधित कई रोचक प्रश्नों के माध्यम से उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं के विषय में पूछा। संगीत की साधना में लिप्त रह रहे समाधिया भाइयों ने अपने जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संगीत उनका पैतृक गुण है। और उनकी वंश परंपरा की ये युगलबंदी छठी पीढ़ी है। दोनों भाइयों ने राजस्थान के लोकगीतों से श्रोताओं को रूबरू कराते हुए लोक संस्कृति की छटा से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। राजस्थान की समाधिया भाइयों की जोड़ी ने अंत में भावविभोर होते हुए सीमा सिंहा ’मैत्री’ अनिल जम्वाल औरविक्रम मिल्की बाबूलाल शर्मा का हृदयतल से धन्यवाद ज्ञापित किया।