Wednesday, April 24, 2024
Follow us on
ब्रेकिंग न्यूज़
गीता कपूर, अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने एसजेवीएन की आंतर परियोजना स्पोर्ट्स मीट 2023-24 के विजेताओं को सम्मानित कियासुखविंदर सुक्खू के तानाशाही रवैये से आज कांग्रेस की नाव डूब रही:  राजेंद्र राणा बुधबार को आनी में 898 अधिकारी कर्मचारियों को दिया जायेगा पहले चरण का पूर्वाभ्यासनशामुक्त ऊना अभियान के तहत रील कंटेस्ट के विजेता सम्मानितचंबा फ़र्स्ट’ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए मोदी ने चंबा को आकांक्षी ज़िला बनाया : जयराम ठाकुर मिशन स्कूल आनी में  स्वीप टीम ने बच्चों को मतदान के प्रति किया जागरूककांग्रेस की 10 गारंटीयां झूठ का पुलिंदा : कश्यपमोहम्मद अली जिन्ना की आत्मा कांग्रेस में प्रवेश कर गई है : बिंदल
-
देश

शहीद अंकेश भारद्वाज का हिन्दू रीति रिवाज व पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

-
ब्यूरो हिमालयन अपडेट 7018631199 | February 13, 2022 09:37 PM

 

बिलासपुर,
घुमारवीं के शहीद अंकेश भारद्वाज का हिन्दू रीति रिवाज व पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. पूरी अंतिम संस्कार क्रिया में अंकेश के माता व पिता मौजूद रहे. शहीद के छोटे भाई आकाश भारद्वाज ने मुखाग्नि दी. इस दौरान हर सैकड़ों लोग मौजूद रहे.

बता दें कि सबसे भावुक पल वो था जब शहीद अंकेश भारद्वाज की मां समाज के रीति-रिवाजों को तोड़कर श्मशान घाट पहुंची और अपने बेटे को अंतिम विदाई दी. छोटी सी उम्र में जिस बेटे को अपने हाथों से बड़ा किया. आज उस बेटे को अंतिम बार मां ने देखा. आज उनका बेटा एक अनन्त यात्रा पर चला गया. जहां से कोई लौट कर नहीं आता. जिन हाथों के दुलार से अंकेश बड़ा होकर सेना में भर्ती हुआ था. आज उस मां के हाथ बेटे के सर पर अंतिम बार दुलार कर रहे थे.

'मेरा अंकु शेर था': पिता की तरह माता ने भी अपना फर्ज निभाया  और पिता की अपने बेटे को दूल्हे की तरह विदा करने की इच्छा के अनुसार समाज के रीति-रिवाजों को तोड़ते हुए मुक्तिधाम में पहुंची. जहां पर बेटे को श्रद्धांजलि देकर उसके अंतिम यात्रा के सारे कार्यों को अपनी आंखों से देखा. रुआंसी आवाज में शहीद अंकेश भारद्वाज की मां बोलीं कि मेरा अंकु शेर था और आज शेर की तरह ही चला गया. यह कहते कहते माता की आवाज रुक गई.

 

गांव की अन्य महिलाओं भी शहीद की मां के साथ मुक्ति धाम आई: कहते हैं कि जब इंसान के दिल में कोई आघात लगता है तो फिर समाज के सारे रीति रिवाज उसे नही रोक सकते. मां ने बेटे की अंतिम यात्रा में शामिल होने की बात कही तो पिता बांचा राम ने भी हामी भरी और गांव की अन्य महिलाएं भी शहीद की मां के साथ अन्य महिलाएं भी श्मशानघाट पहुंची और शहीद को श्रद्धांजलि दी.

मां कराना चाहती थी बेटे की शादी: मां की इच्छा थी कि बेटा अब कमाने लग गया है. अब घर में बहु को लाना चाहिए. मां बेटे के लिए लड़की देखने ढूंढ रही थी, लेकिन सारी की सारी इच्छाएं धरी की धरी रह गई.

-
-
Have something to say? Post your comment
-
और देश खबरें
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए मंडी से विक्रमादित्य सिंह और शिमला लोकसभा सीट से विनोद सुल्तानपुरी को उतारा मैदान में Breaking: मंडी से कंगना रनौत और कांगड़ा से डॉ राजीव भारद्वाज होंगे भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी Delhi CM अरविंद केजरीवाल को ED ने किया गिरफ्तार, उनके घर से किया गया गिरफ्तार. कांग्रेस के बागी विधायकों की अगली सुनवाई दूसरे सप्ताह में होगी सुनवाई हमीरपुर से अनुराग ठाकुर शिमला से सुरेश कश्यप को मिला टिकट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 मार्च को किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का पुंग तक नई दिल्ली से वर्चुअल लोकार्पण करेंगे : नंदा रामपुर एचपीएस (412 मेगावाट) में सुरक्षा सप्ताह समापन एवं सम्मान समारोह आयोजित संजीव रंजन ओझा देखेंगे DGP संजय कुंडू का कार्यभार. जेपी नड्डा से मिले हर्ष महाजन राजेंद्र राणा ने हिमाचल कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष से दिया इस्तीफा
-
-
Total Visitor : 1,64,65,848
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy