शिमला,
मानसिक स्वास्थ्य की चर्चा आजकल सभी विज्ञापन, सोशल मीडिया, या स्कूल में होने लगी है। ये एक ऐसा मुद्दा बन चुका है जो आज के हर आम आदमी की जरूरत बन गया है। मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा डब्ल्यूएफएनएच द्वारा 1922 में शुरू की गई थी, तत्पश्चात 10 अक्टूबर को वार्शिक मानसिक स्वस्थ दिवस मनया जा रहा है।
इस वर्ष 2022 का विषय 'मेक मेंटल हेल्थ एंड वेलबीइंग फॉर ऑल ए ग्लोबल प्रायोरिटी" है। एचपीयू के छात्रों ने बहुत उत्साह, उमंग और प्रतिभा के साथ ये दिन मनाया।
एचपीयू के साइकोलॉजी विभाग के छात्रों ने एक रैली के द्वारा विश्व विद्यालय के परिसर में मानसिक स्वास्थ्य के विषय में आगाह किया। छात्रों ने 'मानसिक स्वस्थ है जरूरी ये जीने की आशा करता है पूरी जैसे नारों के साथ, लोगों को एकजुट हो कर मानसिक रोग या उससे होने वाली विपदाओं के बारे में बताया। साइकोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. आर. एल. जिंटा ने छात्र का साथ देते हुए, नुक्कड़ नाटक का आगमन किया।
नुक्कड़ के माध्यम से छात्रों ने मानसिक तनाव के विषय में लोगों को होने वाली परेशानिया का एक व्यक्ति की दिनचर्या पर क्या प्रभाव पड़ता है इस विषय के बारे में बताया।
भिन्न भिन्न प्रकार के विज्ञापनों द्वारा छात्रों ने अपनी कला व ज्ञान का प्रदर्शन किया।
मानसिक स्वास्थ्य को लोगों के साथ जुड़ने के लिए मनोविज्ञान विभाग ने अपना इंस्टाग्राम पेज @psychology_department hpu शुरू किया। नुक्कड़ के प्रतिभागी, साथी छात्र और विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एस. एन. घोष ने सभी का धन्यवाद करते हुए मानसिक स्वास्थ्य दिवस को सफल बनाया।