शिमला,
हिमाचल प्रदेश में अब MBBS की एडमिशन में भी फर्जीवाड़ा सामने आया है। प्रदेश के एक छात्र ने NEET के रिजल्ट में ही टेंपरिंग की और काउंसिलिंग में बैठ गया ।
बाद में उसकी एडमिशन भी IGMC में हो गई। अब जब मेडिकल काउंसिलिंग कमेटी (MCC) ने मेडिकल छात्रों के डॉक्यूमेंट चेक किए तो ये फर्जीवाड़ा सामने आया।
जानकारी के अनुसार इस छात्र ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के MBBS एंट्रेंस टेस्ट (नीट) के रिजल्ट में छेड़छाड़ कर खुद ही फर्जी सर्टिफिकेट तैयार किया। सर्टिफिकेट के आधार पर वह अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी नेरचौक में 12 से 16 अक्टूबर 2022 को हुई काउंसलिंग में शामिल हुआ। झूठे दस्तावेज के आधार पर उसका दाखिला IGMC शिमला में कंफर्म हो गया।
उसने मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ली और नियमित कक्षाएं भी लगाना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि ये छात्र कार्तिक शर्मा बिलासपुर जिला के घुमारवीं का रहने वाला है। जिसे देररात्री गिरफ्तार कर लिया गया है। इसने जिस नाम के सर्टिफिकेट के साथ छेड़छाड़ की वह एक छात्रा का था।
ऐसे सामने आया मामला..
MBBS में प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने बीते 17 जुलाई को प्रवेश परीक्षा करवाई। इसमें पास हुए बच्चों की स्टेट वाइज मेरिट लिस्ट बनी। नियमों के मुताबिक मेडिकल कॉलेजों में कुल सीटों की 85% सीटें राज्य कोटे की, जबकि 15 फीसद सीटें ऑल इंडिया कोटे की हैं।