हमीरपुर,
लोकसभा चुनावों से पहले हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से सुखविंद्र सिंह सुक्खु को हटा दिया गया है। उनकी जगह कुलदीप राठौर की ताजपोशी की गयी है।कांग्रेस हाई कमान ने नयी नियुक्ति पर मोहर लगा दी है। इससे सुक्खु खेमे की हवाईयाँ उड़ गयी हैं जबकि वीरभद्र सिह खेमे में ख़ुशी की लहर है। कुलदीप राठौर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं व पूर्व में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव रह चुके हैं । वह एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके हैं। लोकसभा चुनावों से पहले हुए इस फेरबदल को वीरभद्र सिंह के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है। काफ़ी समय से कांग्रेस का एक खेमा सुक्खु को हटाए जाने की माँग हाई कमान से कर रहा था ।
कुलदीप को वीरभद्र का सपोर्ट
हिमाचल पीसीसी के पूर्व महासचिव कुलदीप सिंह राठौर को वीरभद्र सिंह का आशीर्वाद प्राप्त है। राठौर और सुखविंद्र सिंह सुक्खु के बीच अध्यक्ष पद को लेकर पहले भी ख़ूब खींचतान चली हुई थी । दोनों ही कई बार पार्टी के केंद्रीय नेताओं से मुलाकात करते रहे । प्रदेश कांग्रेस का एक धड़ा सुक्खू को हटाने की मांग पर अड़ा हुआ था। इसी को देखते हुए कुलदीप सिंह राठौर ने हाल में तमाम फासलों को मिटाकर पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह से भी मुलाकात की थी। मुलाकात में वीरभद्र सिंह और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री दोनों कुलदीप सिंह राठौर को अध्यक्ष बनाने के लिए सहमत हुए थे।
दिल्ली दरबार में राठौर ही थे प्रमुख दावेदार
जानकारी के अनुसार कुलदीप सिंह राठौर ने दिल्ली में राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा से मिलकर इस बारे लम्बी चर्चा की। सुक्खू को भी आनंद शर्मा का करीबी माना जाता रहा है। ऐसे में यह मुलाकात काफ़ी मायने रखती है। आनंद शर्मा की हाँ के बाद कुलदीप सिंह राठौर की नियुक्ति पर आम सहमति बनती नज़र आई।
यह भी सामने आए ये नए चेहरे
इसी बीच विधायक आशा कुमारी, हर्षवर्धन चौहान और रामलाल ठाकुर में से किसी एक को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने की भी चर्चा होती रही । सुक्खु को हटाने में हुई देरी के बीच ये नाम भी ख़ूब चर्चित रहे । सुखविंद्र सिंह सुक्खू को पद से हटाने की मांग करने वालों की दलील यह है कि बीते पौने 6 साल में सुक्खू की अगुवाई में पार्टी ने तीन बड़े चुनाव हारे हैं। इसी को आधार बनाकर वीरभद्र सिंह खुद भी तीन साल से राज्य में पार्टी नेतृत्व बदलने की मांग कर रहे थे ।
चारों सीटों पर वीरभद्र सिंह की पसंद के होंगे अब कांग्रेस उम्मीदवार
अब क़यास लगाए जा रहे हैं कि कुलदीप सिंह राठौर के पीसीसी अध्यक्ष बनने से हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस वीरभद्र सिंह की पसंद के उम्मीदवारों को ही चुनाव मैदान में उतारेगी। सुक्खु के नाम पर जो सम्भावित उम्मीदवार मैदान में कूदने को तैयार हो रहे थे , उन्हें पीसीसी अध्यक्ष की नयी नियुक्ति से गहरा सदमा लगा है।