शिमला,
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने युवाओं का आह्वान किया कि वे शिक्षा, स्वास्थ्य तथा संस्कारों पर अपना ध्यान केन्द्रित करें, जिससे उन्हें अपने जीवन में नई ऊॅचाइयां हासिल करने में मदद मिलेगी।
राज्यपाल बुधवार को कांगड़ा के मेहर चन्द महाजन डी.ए.वी. कॉलेज के वार्षिक समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि माता-पिता और शिक्षक विद्यार्थियों के सबसे बड़े शुभचिन्तक होते हैं इसलिए उनका सम्मान करना चाहिए, क्योंकि उनके मार्गदर्शन से जीवन में आगे बढ़ने में मदद मिलती है।
राज्यपाल ने कहा कि किशोरावस्था भविष्य की नींव है और इस आयु वर्ग के बच्चों को अधिक जिम्मेदार होना चाहिए तथा सफलता हासिल करने के लिए पढ़ाई पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
आचार्य देवव्रत ने कहा कि डी.ए.वी. कॉलेज कांगड़ा इस जिले के पुराने और प्रमुख शिक्षण संस्थानों में से एक है, जिससे कई मेधावी छात्र निकले हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में उच्च पदों पर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि यह संस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में अग्रणी है।
उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अधिक पुरस्कार प्राप्त करने वाली छात्राओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि छात्राएं आज प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं तथा राष्ट्र के समग्र विकास और समृद्धि में अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि नशे के खिलाफ अभियान का हिस्सा बने तथा एक स्वस्थ और जीवंत समाज बनाने में अपना योगदान दें।
इस अवसर पर राज्यपाल ने मेधावी छात्रों को सम्मानित किया।
इससे पूर्व कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. बलजीत सिंह ने राज्यपाल को सम्मानित किया और विद्यालय की अकादमिक उपलब्धियों को विस्तार से बताया।
उप-प्रधानाचार्य अनिता बोहरा ने इस अवसर पर राज्यपाल का स्वागत किया।
प्रो. बलजीत पटियाल ने कॉलेज की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी।
इस अवसर पर एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम और लघु नाटिका भी प्रदर्शित की गई।
नगर समिति कांगड़ा के अध्यक्ष अशोक शर्मा, भूतपूर्व छात्र संघ के अध्यक्ष अजय वर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त एम.आर. भारद्वाज, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।