हमीरपुर ,
कांग्रेस नेता एवं राजा वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह मंगलवार को हमीरपुर में युवा कांग्रेस के सम्मेलन में मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा के बेटे अभिषेक राणा द्वारा किया गया था । कार्यक्रम को मिलन समारोह का नाम दिया गया था लेकिन कार्यक्रम से जिला के कई बड़े चेहरे अनुपस्थित पाए गये।
कार्यक्रम के बाद विक्रमादित्य ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि विधायकों के भत्ते बढ़ाने का विरोध उनका व्यक्तिगत निर्णय था । वह इसका विरोध विधानसभा में इस लिए न कर पाए क्योंकि उन्हें वहाँ बोलने का मौक़ा ही नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बहुमत से पारित इस बिल को अब वापिस नहीं लिया जा सकता । उन्होंने पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सुक्खु की चाय वाली बात पर लीपापोती करते हुए कहाकि आज की आर्थिक मंदी के चलते उन्होंने यह बात कही होगी ।उन्होंने कहाकि घर आए व्यक्ति को चाय तो पिलानी ही पढ़ती है। उन्होंने कहा कि कुछ विधायकों की आर्थिक स्थिति कमज़ोर है।
विक्रमादित्य ने कहा कि देश व प्रदेश के अंदर मज़बूत विपक्ष का होना बहुत ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने विधानसभा सत्र के दौरान अपना उतरदायित्व निभाते हुए विभिन्न मुद्दों को सुदृढ़ता से उठाया। इसमें चाहे धारा 118 का मुद्दा हो या फिर पर्यटन निगम के होटलों को लीज़ पर देने का मुद्दा हो।
उन्होंने कहा कि सरकार का इन्वेस्टमेंट मीट कम डिसइंवेस्टमेंट मीट ज़्यादा लग रहा है।प्रदेश के होटल बेचे जा रहे हैं। क़रीब 20 बड़े होटलों को लीज़ पर देने के प्रयास सरकार को तब रद्द करने पड़े। जयराम ठाकुर स्वयं पर्यटन विभाग देख रहे हैं लेकिन अधिकारी क्या कर रहे , उन्हें पता तक नहीं। विक्रमादित्य ने कहा कि जब कांग्रेस पार्टी ने इसका ज़ोरदार विरोध किया तो विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी का तबादला कर दिया।जयराम ठाकुर हवा वाले मुख्यमंत्री साबित हो रहे हैं। सड़कों की हालत बहुत ख़स्ता हो चुकी है।