नेरवा,
राजकीय उच्च पाठशाला मशरांह में सड़क सुरक्षा पखवाड़े का आयोजन किया गया,जिसका सञ्चालन स्कूल के अध्यापक प्रीतम शर्मा द्वारा किया गया एवं अन्य अध्यापकों भगत राम शर्मा,देविंदर शर्मा,राजेश कुमार आदि ने भी छात्रों द्वारा संचालित गतिविधियों में अपनी सहभागिता निभाई ! कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों द्वारा "सड़क सुरक्षा जीवन के लिए होती है,सड़कों पर अक्सर दुर्घटना होती है" शीर्षक पर गाये गए एक गाने से की गई,जिस के माध्यम से सड़क सुरक्षा को लेकर बरती जाने वाली सावधानियों से अवगत करवाया गया ! इस दौरान छात्रों ने स्कूल में एक मॉकड्रिल कर लोगों को सड़क सुरक्षा और यातायात के नियम समझाए,जिसमे सड़क पर किस तरह चलना है,ज़ेबरा क्रासिंग क्क उपयोग,सीट बेल्ट का उपयोग,लाल,हरी और पीली बत्ती के मायने,सदा बाएं चलना,वाहन चलाते वक्त मोबाइल फोन का उपयोग न करना,वाहन को सदा नियंत्रित गति में चलना एवं कोई भी नशा कर वाहन नहीं चलाने से सम्बंधित सन्देश दिया ! स्कूल के अध्यापक प्रीतम शर्मा ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग पहाड़ों में सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य करने को गलत ठहरा रहे है,जोकि सरासर गलत है ! सीट बेल्ट मैदानों की तरह ही पहाड़ों में भी उपयोगी एवं सुरक्षित है ! दुर्घटना होने पर व्यक्ति सीट बेल्ट से बंधा होने पर इधर उधर नहीं लुढ़कता एवं उसके शरीर के अंग चोटें लगने से बच जाते हैं,अतः पहाड़ों में भी सीट बेल्ट का उपयोग करना चाहिए तथा यातायात नियमों का गंभीरता पूर्वक व कड़ाई से पालन करना चाहिए ! स्कूल के प्रधानाचार्य विशेष चंद ने छात्रों द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर किये गए इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि छात्र बड़े होकर जब भी वाहन चलाएं तो यातायात नियमों का पालन करें एवं समाज को भी इसके लिए प्रेरित करें ! कार्यक्रम के समापन पर स्कूल के अध्यापकों और छात्रों ने जीवन में यातायात नियमों का पालन करने की शपथ ली !