रामपुर बुशहर ,
सतलुज नदी के महत्व और इसे स्वच्छ रखने के लिए एसजेवीएनएल के रामपुर हाइड्रो पवार स्टेशन ने शुरू की मुहीम। रामपुर उपमंडल के दत्तनगर सतलुज तट पर गंगा आरती की तर्ज पर काशी के पंडितो से कराएगा सतलुज
आराधना। इस का मकसद क्षेत्र के लोगो को सतलुज के महत्व और स्वछता बनाए
रखने के लिए करना है प्रेरित। सतलुज आराधना के बाद सलतूज नदी को स्वछ बनाने की होगी मुहीम। एसजेवीएन के निदेशक विद्युत व् परियोजना प्रमुख ने इस बात का किया खुलास।
तिब्बत के मानसरोवर से निकल कर किन्नौर होते हुए बहने वाली सतलुज नदी के महत्व और इस की उपयोगिता को दर्शाने के लिए विभिन्न मध्यमो से विद्युत उत्पादन में लगी एसजेवीएन ने प्रयास तेज कर दिए है।
पर्यावरण संरक्षण में भूमिका और लोगो के लिए जीवनदायिनी के रूप में कैसे सतलुजन दी काम कर रही है एसजेवीएन का रामपुर हाइड्रो पवार स्टेशन लोगो को बताएगा। इसी लिए 7 अक्टूबर की सांय गंगा घाट की तर्ज पर काशी के पंडितदत्तनगर के समीप नदी तट पर सतलुज आराधना करेंगे।
इस कार्यक्रम को भव्य एवं लोगो तक सकारात्मक संदेश पहुंचे, इस के लिए रामपुर हाइड्रो पवार स्टेशन ने बंदोबस्त पुरे कर लिए है। एसजेवीएन के निदेशक विद्युत आर के
बंसल व् रामपुर हाइड्रो पवार स्टेशन प्रमुख सुरेश ठाकुर ने पत्रकार
वार्ता कर कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने कहा सतलुज नदी के कारण ही
एसजेवीएन आज राष्ट्रीय ही नहीं विदेशो में भी बिजली उत्पादन कर अहम स्थान
बना चुकी है। यह सब सतलुज नदी की कृपा से सम्भव हुआ है। निगम की दो परियोजनाएं नाथपा झाकड़ी और रामपुर हाइड्रो पवार स्टेशन से सफलतापूर्वक बिजली तैयार की जा रही है। इस के अलावा भी यह नदी लाखो लोगो की प्यास बुझा रही है। किसानो के लिए मैदानी इलाको तक सिचाई पानी उपलब्ध हो रहा
है । इस अलावा पर्यावरण सरक्षण में सतलुज नदी की अहम् भूमिका है।
इस लिए इस नदी को स्वछ रखने के लिए लोगो में जागरूकता लाना समय की सब से बड़ी
जरूरत है। लोगो को गंगा आरती की तर्ज पर सतलुज आराधना कर उन्हें इस की
पवित्रता के साथ इस की उपयोगिता की भी जानकारी दी जाएगी। इस दौरान निगम
के महाप्रबंधक मानव संसाधन पीएस नेगी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
रामपुर हाइड्रो पवार स्टेशन प्रमुख सुरेश ठाकुर ने बताया की 7 अक्टूबर को वी सतलुज आराधना करने जा रहा है। इस का उद्देश्य सतलुज नदी को स्वच्छ रखा जाए, इस से लोगो को आने वाले लम्बे समय में लाबह मिले।
इस नदी का योगदान देश के आर्थिक संसाधनों को बढ़ाने में महत्व पूर्ण है।
कृषि क्षेत्र को भी सिचाई के द्वारा फायदा हो रहा है। ऐसे में नदी को
स्वछ रखने के लिए लोगो में जागरूकता लाया जाना जरूरी है।