कोविड-19 महामारी है जिसकी शुरुआत दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर से हुई | विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 30 जनवरी, 2020 में कोविड-19 को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य की आपदा जैसी स्थिति कहा | 19 जुलाई 2020, तक विश्व भर में 14.2 मिलियन से अधिक मामले आ चुके थे और कोविड-19 से 188 से अधिक देश प्रभावित हुए, जिसके परिणाम स्वरूप 600,000 से अधिक मौते हुई हैं | कोरोना या कोविड-19 से लगभग 7.98 मिलियन से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं | कोरोना वायरस 2019 के आखिर में निमोनिया जैसी महामारी के सिंड्रोम वायरस-2 या सार्स-2 से मिलता-जुलता ही विषाणु है | इससे शुरुआत में हल्की सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण प्रकट होते हैैं | विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, करोना संक्रमित करीब 50% से अधिक लोग (यह दर रोग प्रतिरोधक क्षमता के अनुसार बदल सकती है) बिना किसी खास इलाज के ठीक हो जाते है | यह वायरस मुख्य रूप से करीबी संपर्क से लोगों में फेलता है | सबसे ज्यादा खांसी, छींकने और बात करने से उत्पन्न छोटी बूंदों के माध्यम से फेलता है, इसे वैज्ञानिक भाषा में ड्रॉपलेट इनफेक्शन कहते हैं | भारत में यह महामारी जनवरी 2020 के बाद फेली और मार्च 2020 में पूरे भारत में लोक डाउन लगाया गया ताकि इसके फैलाव को रोका जा सके | संयुक्त राष्ट्र और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक प्रयास के तहत, हेल्थ केयर ट्रैकर के निर्माण के लिए व्यापक कदम उठाये I संयुक्त राष्ट्र और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत सरकार के प्रयासों की भी प्रशंसा की है|
भारत सरकार ने आपातकालीन निति बनाने स्वास्थ्य सेवाओं में आपातकालीन राजकोषीय प्रोत्साहन, वैक्सीन, ड्रग तथा अनुसंधान और विकास में विशेष रूप से निवेश किया है | हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा भी भारत सरकार के दिए गए दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किया गया है |
अब कोविड-19 नए रूप में कौन का हमारे देश में प्रादुर्भाव हो चुका है। मंगलवार तक, भारत में ओमीक्रोन संस्करण के 653 मामले दर्ज किए गए। 167 रोगियों के साथ, महाराष्ट्र सूची में सबसे ऊपर है जबकि दिल्ली 165 मामलों के साथ पीछे है। ओमाइक्रोन मामलों में वृद्धि के चलते अधिकांश राज्य सरकारों ने रात के कर्फ्यू सहित कोविड-सुरक्षा प्रतिबंधों को लागू किया है। सरकार ने आपातकालीन स्थितियों में वयस्कों पर उपयोग के लिए कौरबीवैक्स (Corbevax) और कोवैक्स कोविड (Covovax Covid) के टीके और एंटी-वायरल दवा मोलनुपिरवीर को भी मंजूरी दी है।
इस महामारी से लड़ने की मुहीम में सरकार ने पर्याप्त अधिकारिक संरचना जुटाने पर विशेष बल देने का प्रयास किया जा रहा है और साथ-साथ लोगो के लिए जागरूता अभियान चलाए गए है| चुंकि स्थिति अभी भी संवेदनशील बनी हुई, हमें सावधानी बरतने की बहुत जरूरत है और साथ ही नियमों का कठोरता से पालन किया जाना चाहिए |
सम्पूर्ण विश्व की स्वास्थ्य संस्थाएं व भारत सरकार तथा हिमाचल प्रदेश सरकार निरंतर महामारी के निदान की दिशा में अग्रसर हैं और दिन - प्रतिदिन उपलब्धियां प्राप्त कर रही हैैं | उम्मीद है जल्दी ही इस महामारी को नियंत्रित करने में मानव जाति सफल होगी और देश प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा |