आई एम सॉरी (माता वंदन)
कुछ गलती हमसे हुई
कुछ गलती सबसे हुई
मां दुर्गा के रूप
आदिशक्ति मां गौरी
आई एम सॉरी….4
हमने ही तो वृक्ष है कांटे
छल से हम इंसान को बांटे
सत्य की मर्यादा भूल
पहने झूठ की मौरी
आई एम सॉरी...4
हताश और निराश हुए
अब तो सब विनाश हुए
चुभते हैं बनकर शूल
लगता है कितना स्कैरी
आई एम सॉरी….4
मां मेरी तुम हमें निकालो
दुख के आज इस दलदल से
माना हमसे हुई है भूल
हाथ जोड़े मां गौरी
आई एम सॉरी….4