शिमला,
हिमालयन अपडेट समाचार पत्र एवं साहित्य सृजन मंच के 5 वर्ष पूर्ण होने पर 19 जून को शिमला के सनातन धर्म राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के सभागार में हिमालयन अपडेट ने 'हिमालयन साहित्य महोत्सव एवं कवि सम्मेलन' का भव्य आयोजन किया जिसमें भारत के सुदूर प्रांतों से आए सुप्रसिद्ध कविगणों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के स्वागत के साथ संस्था के संस्थापक, आयोजक व हिमालयन अपडेट समाचार पत्र के मुख्य संपादक अनिल जाम्वाल के द्वारा किया गया।
सर्वप्रथम अनिल जाम्वाल ने इस भव्य कार्यक्रम के संयोजन के लिए हिमालयन अपडेट न्यूज़ व साहित्य सृजन की राष्ट्रीय संरक्षक, प्रसिद्ध शिक्षाविद् व सुप्रसिद्ध कवयित्री दीपशिखा श्रीवास्तव 'दीप' का आभार व्यक्त करते हुए उनके उद्बोधन के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ करने हेतु उन्हें मंच पर आमंत्रित किया।
मंचासीन अतिथियों व कवि, कवयित्रियों द्वारा माँ सरस्वती को माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन करने के पश्चात् रांची से आई सुप्रसिद्ध लोक गायिका एवं कवियत्री सीमा सिन्हा मैत्री द्वारा माँ शारदे की सुमधुर वंदना कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया।
सनातन धर्म राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने सभी अतिथियों का तिलक कर उन्हें हिमालयन का बैज पहनाकर उनका स्वागत किया।
कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन शिमला की युवा कवयित्री कल्पना गांगटा के द्वारा किया गया।
जहाँ कार्यक्रम की अध्यक्षता रणजोध सिंह संरक्षक हिमाचल प्रदेश हिमालयन अपडेट ने की, वहीं मुख्य अतिथि के रूप में अजय सूद ,अति विशिष्ट अतिथि के रूप में नरेश नाज़ , विशिष्ट अतिथि के रूप में संजीव कुठियाला की कार्यक्रम में गौरवमयी उपस्थिति रही ।
संस्थापक अनिल जामवाल एवं व्यवस्थापक रीना ठाकुर ने वहांँ उपस्थित सभी अतिथियों, कवि कवयित्रियों को हिमाचली टोपी व पुष्पमाला पहनाकर ससम्मान मंचासीन किया।
संस्थापक अनिल जाम्वाल ने बताया कि हिमालयन अपडेट संस्था द्वारा शिक्षा, खेलकूद व अन्य गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यालय के कुशाग्र छात्रों को 'प्रबुद्ध विद्यार्थी सम्मान' तथा साहित्य, पत्रकारिता व सामाजिक क्षेत्र में अपना बहुमूल्य योगदान देने वाले व्यक्तियों को 'संवाद सारथी सम्मान' से अलंकृत किया गया।
विभिन्न प्रांतों से आए कवि, कवयित्रियों ने अपनी रसोमय काव्य प्रस्तुति से कार्यक्रम में उपस्थित दर्शकों, श्रोताओं का मन मोह लिया।
'एक बार जिंदगी में तुम अंडमान जाना,
फिर बैठ के वहाँ पर वतन के गीत गाना।
ये बोल पटियाला पंजाब से आए प्रतिष्ठित शायर व लोकप्रिय कवि नरेश नाज़ के गीत के हैं जिन्हें सुनकर अपने देश पर मर मिटने वाले शहीदों की याद में श्रोताओं की आँखे नम हो गई।
वहीं गुरुग्राम की सुप्रसिद्ध कवयित्री दीपशिखा श्रीवास्तव 'दीप' की कविता-
'माँ भारती के शीश पर विराजता अचल है,
ये दिव्य हिमाचल है, ये दिव्य हिमाचल है।'
की काव्यात्मक प्रस्तुति ने लोगों को अभिभूत कर दिया तथा कवयित्री से दोबारा प्रस्तुति का अनुरोध किया।
गुरुग्राम से आई वरिष्ठ सुप्रसिद्ध कवयित्री वीणा अग्रवाल के गीत-
'जिसने समझा ही ना अपने साथी का मन,
उसको हर वक्त रहती है मन में घुटन।'
ने लोगों को विशेष प्रभावित किया।
हिमालयन अपडेट समाचार पत्र की प्रबंध संपादक सीमा सिन्हा 'मैत्री' के श्रृंगार गीत-
'मिले हो तुम मुझको बड़े नसीब से'
व रांची झारखंड से आईं डॉ. रजनी शर्मा चंदा के श्रृंगार गीत-
'तेरी आंखों के काजल से हुई है रात अंधियारी,
खिला जो चांद अंबर पर तेरी सूरत लगे प्यारी।' ने दर्शकों को खासा लुभाया।
नियति भारद्वाज गुप्ता व कृष्णा बंसल की संवेदनात्मक प्रस्तुति को श्रोताओं ने भरपूर सराहा।
गाँव की सुगंध लिए हिमाचल के कवि रविन्द्र शर्मा की पहाड़ी कविता, हीरा सिंह कौशल व पटियाला पंजाब से आई आरती पुरबिया की प्रस्तुति को भी बेहद पसंद किया गया।
कवि सम्मेलन के अंत में नालागढ़, हिमाचल से आए रणजोध सिंह ने हास्य व्यंग्य से भरपूर अपने चिरपरिचित अंदाज के साथ काव्य प्रस्तुति तथा अध्यक्षीय वक्तव्य दिया।
हिमालयन अपडेट समाचार पत्र के 5 वर्ष पूर्ण होने पर साहित्य विशेषांक का लोकार्पण तथा विनोद नाथ की पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम का विशिष्ट अंश रहे।
मुख्य अतिथि अजय सूद ने अपना अमूल्य समय देकर आयोजन की शोभा बढ़ाई तथा भविष्य में अन्य साहित्यिक कार्यक्रमों के लिए मदद का आश्वासन भी दिया।
कार्यक्रम के अंत में संस्था के संस्थापक अनिल जामवाल ने कार्यक्रम की संयोजक व संस्था की राष्ट्रीय संरक्षक दीपशिखा श्रीवास्तव 'दीप', व्यवस्थापक रीना ठाकुर का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम में उपस्थित सभी कवियों, साहित्यकारों, दर्शकों तथा आयोजन में प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से साथ देने वाले सभी सहयोगी, मित्रगणों एवं कार्यकर्ताओं का हृदय से धन्यवाद दिया साथ ही कार्यक्रम के खूबसूरत छायाचित्र के लिए छायाचित्र विशेषज्ञ भीम सिंह ठाकुर का भी हृदय से आभार भी व्यक्त किया।
शिमला की सुमधुर गायिका व कवयित्री पुष्पा ठाकुर की ईश वंदना के साथ ही 'हिमालयन साहित्य महोत्सव व कवि सम्मेलन' कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों, दर्शकों व छात्रों ने कार्यक्रम के मध्य में में जलपान व अंत में स्वादिष्ट भोजन का भरपूर आनंद लिया।