लखनऊ ,
नमन तुम्हें हैअब रघुराई |
पास नहीं कुछ बाधा आई ||
भजन गीत मन अति हर्षाया |
राग द्वेष छल दूर भगाया ||
गीता ज्ञान सकल उर धारे |
महिमा उनकी नाम सँवारे ||
हरदम संत करें उपदेशा |
मानव जान सुखी सब वेषा ||
सीता राम सहित प्रभु आओ |
मेरे हृदय आप बस जाओ ||
देव करो पूरी अभिलाषा |
पावस प्रेम पवित्र परिभाषा ||
राम सिया की महिमा जानो |
राम राज्य को वेद बखानों ||
उचित कर्म मानव हो तेरे |
सियाराम की माला फेरे ||
हर्षित उर से नाचें गाएँ |
सुखमय जीवन अब सब पाएँ ||
हरपल राम भजन तुम करना |
लक्ष्य बनाकर चलते रहना ||