आनी,
आनी खण्ड की शिल्ही पँचायत के खदेड़ में गुरुवार को भूस्खलन के चलते घर के अंदर मलबे में दफन हुई नानी दोहती के आकस्मिक निधन पर क्षेत्र में शोक की लहर छाई है।अपनी 17 वर्षीय दोहती कृतिका के सहारे जीवन यापन करने बाली चम्बेलू देवी के साथ कुदरत ने ऐसा अन्याय किया कि वह खुद तो काल का ग्रास बनी ही, साथ में उसकी चहेती दोहती भी उसी के साथ ही काल के आगोश में समा गई।इस दुःखद घटना से क्षेत्र में हर तरफ शोक की लहर है।
लोग इस घटना को लेकर स्तब्ध है।गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद चम्बेलू देवी का अंतिम संस्कार उनकी दो बेटियों सुनीता देवी व नीनू देवी ने अश्रुपूर्ण धाराओं के बीच किया।जबकि दोहती कृतिका को मुख़ानी निरमण्ड खण्ड के बांदल उरटू निवासी उसकी माता दीपा देवी व उसके पिता ओम प्रकाश ने दी।जो इस कुदरत की इस अन्यायपूर्ण घटना से इतने आहत थे कि, मानों उनके पैरों तले जमीन खिसक गई हो।उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि उनकी लाड़ली बेटी व नानी के जीने की हमसफ़र खुद नानी के साथ सभी को अलविदा कह गई।