Friday, April 19, 2024
Follow us on
ब्रेकिंग न्यूज़
एसडीएम अर्की यादविन्द्र पाल की अध्यक्षता में स्वीप टीम अर्की ने लगाया मतदाता जागरूकता शिविरसुदृढ़ लोकतंत्र निर्माण के लिए मतदान आवश्यक अतिरिक्त उपायुक्त ने की ज़िला स्तरीय माता मनसा देवी मेले के समापन समारोह की अध्यक्षतालोकसभा का चुनाव राष्ट्रवादी शक्तियों और परिवारवादी शक्तियों के बीच : बिंदललोकसभा चुनाव को लेकर मतदान कर्मियों की पहली रेंडमाइजेशन का आयोजनहिमाचल की उच्च राजनीतिक परंपराओं को भाजपा ने कलंकित किया  : दीपक शर्मायूथ कांग्रेस के अध्यक्ष अनीश दीवान ने भाजपा के पूर्व शिमला सांसद पर निशाना साधते हुए काहा, हिमाचल पर जल प्रलय आया उस वक़्त वो कहा थेउपायुक्त ने बीडीओ टूटू अनमोल को यूपीएससी परीक्षा पास करने पर दी बधाई
-
राज्य

कंेद्रीय बजट दिशाहीन एवं रोजगार विरोधी: नरेश चौहान

-
ब्यूरो हिमालयन अपडेट | February 01, 2023 07:21 PM

शिमला,


मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान ने केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज लोकसभा में वित्त वर्ष 2023-2024 के लिए प्रस्तुत बजट को दिशाहीन एवं रोजगार विरोधी बजट करार दिया है। आज यहां प्रेस को जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि चुनावी वर्ष को देखते हुए केन्द्र सरकार से उम्मीद की जा रही थी कि युवाओं और बेरोजगारों के लिए रोजगारपरक नीति की घोषणा होती लेकिन इस बजट ने हर वर्ग को निराश किया है।
मीडिया सलाहकार ने कहा कि वास्तव में महंगाई और बेरोजगारी से आम आदमी त्रस्त है और बजट में इस दिशा में कोई विशेष प्रयास नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पैट्रोल, डीजल और घरेलू गैस की कीमतें आसमान छू रही हैं जबकि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर इनकी कीमतों में ठहराव आया है। महिलाओं के लिए इस बजट में कोई योजना नहीं हैं। किसानों, बागवानों तथा आम आदमी को कोई राहत प्रदान नहीं की गई है। हिमाचल की आर्थिकी पर्यटन विकास पर आधारित है लेकिन केन्द्रीय बजट में पर्यटन विकास के लिए कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि टैक्स दरों में भी लोगों को उलझाने का प्रयास किया गया है जबकि बचत को प्रोत्साहित करने की बजाय खर्चों को बढ़ा दिया गया है। इससे लगता है कि यह बजट आम लोगों को राहत देने के विपरीत उन्हें भ्रमित करने वाला मात्र आंकड़ों का मायाजाल है।  
हिमाचल प्रदेश का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पहले ही कर्ज में डूबा हुआ है और पिछली सरकारों का 75 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है जिसमें से पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा ही 30 हजार करोड़ का कर्ज है। सरकार के पास करोड़ों रुपये की देनदारियां हैं। कर्मचारियों और पेंशनधारकों को छठे वेतन आयोग के बकाया की करोड़ों रुपये की राशि देय है और इसके लिए केन्द्र सरकार की ओर से हिमाचल को 10 हजार करोड़ रुपये का विशेष अनुदान दिया जाना चाहिए था लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा हिमाचल को निराश किया गया है।
नरेश चौहान ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर रोजगार प्रदान करने वाली महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना के लिए केन्द्रीय वित्त बजट में कोई चर्चा नहीं है। पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं के लिए भी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के बजट के लिए पूरी तैयारियां आरम्भ कर दी हैं तथा बजट को और अधिक लोक केन्द्रित बनाने के उद्देश्य से समाज के विभिन्न हितधारकों की सहभागिता सुनिश्चित करने के प्रयास किए हैं। आम जनमानस, उद्योगों, व्यापारिक तथा कृषक संगठनों से बजट के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए हैं। 

-
-
Have something to say? Post your comment
-
और राज्य खबरें
बैसाखी पर्व का इतिहास और महत्व: डॉ विनोद नाथ लोक सभा चुनाव का आगाज, भाजपा ने लोक सभा चुनावों का बिगुल फूंका राज्यपाल ने किया प्रो. प्रमोद शर्मा की पुस्तक का विमोचन मतदाता सूची में जोड़े जा रहे हैं मतदाताओं के नाम- अपूर्व देवगन सरस्वती नगर महाविद्यालय में युवाओं को मतदान के प्रति किया गया जागरूक चुनावी बॉन्ड पर विपक्षी दल परेशान : नंदा आज की बिग ब्रेकिंग फेसबुक हुआ क्रैश प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेने के लिए डाक विभाग में पंजीकरण करवाएं लाभार्थी विकास खंड हरोली की ग्राम पंचायत छेत्रां के गांव बीदरवाल में खोली जाएंगी उचित मूल्य की दुकान सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम 27 जनवरी को अर्की विधानसभा क्षेत्र के कुनिहार में होगा आयोजित संजय अवस्थी करेंगे अध्यक्षता
-
-
Total Visitor : 1,64,50,277
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy