हमीरपुर,
राजकीय उत्कृष्ट माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी में पर्यावरण दिवस पर राष्ट्रिय सेवा योजना के स्वंयसेवी, स्काउट गाइड तथा मयूर इको क्लब के सौजन्य से रैली,निबंध लेखन, पेंटिंग और नारा लेखन के माध्यम से बच्चों और समाज को जागरूक करने का प्रयास किया गया l यह जानकारी देते हुए प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस वैश्विक स्तर पर पर्यावरण और उसके विभिन्न घटकों के संरक्षण के लिए आयोजित किया जाने वाला सबसे बड़ा अभियान है, जिसका लक्ष्य पृथ्वी वासियों को पर्यावरण की महत्ता, वातावरण को स्वच्छ बनाना एवं उसके संरक्षण के लिए जागरूक बनाना इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम 'प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान' रखी गई है, जिसका उद्देश्य प्रकृति को प्लास्टिक मुक्त बनाना और पर्यावरण को बचाना है इस वक़्त पर्यावरण का संकट हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती के रुप में उभर रहा है I उन्होंने बच्चों को पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए तीन अहम् बातों का ध्यान रखने का आह्वान किया । प्लास्टिक और पृथ्वी को नुकसान पहुँचाने वाली वस्तुओं को ना कहे I दूसरा रियूज जिसके अंतर्गत कई ऎसी चीज़े हैं जिनका हम सभी दुबारा उपयोग कर सकते है लेकिन करते नहीं है अगर आप किसी चीज़ का इस्तेमाल दोबारा कर सकते है तो उसे फेंकिए नहीं I पुरानी किताबें, कपडे, मोबाइल, बर्तन धोने के बाद निकला पानी, फल-फूलों के कचरे आदि सभी का इस्तेमाल दोबारा हो सकता है तो जरूर कीजिए और तीसरा है रीसायकल - प्लास्टिक गैर जैव पदार्थ है यह बात हम सभी बहुत ही अच्छे से जानते हैI हमे इसका रीसायकल कर लेना चाहिए क्योंकि यह हमारे शरीर के लिए भी हानिकारक होती हैं I अगर हम सब इन तीन बातों को याद रखेंगे तो विश्व पर्यावरण दिवस अपने आप मनता रहेगा ।