शिमला ,
हफ्तेभर की देरी के बाद मानसून केरल पहुंच गया है। इससे लोगों को तपती गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विज्ञानियों ने पहले जानकारी देते हुए बताया था कि चक्रवात ‘बिपारजॉय’ मानसून की तीव्रता को प्रभावित कर रहा है। इसलिए केरल में इसकी शुरुआत हल्की होगी।
हालांकि, आज दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में आ गया है। आईएमडी ने कहा कि मानसून दक्षिण अरब सागर और मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, केरल व दक्षिण तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों, कोमोरिन क्षेत्र के शेष हिस्सों, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी सहित कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है।
देश के सभी राज्यों में कब दस्तक देगा मानसून?
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए मैप के मुताबिक, 10 जून तक मानसूनमहाराष्ट्र पहुंच जाएगा और बिहार की सीमा तक टकराएगा। इसके बाद आगे बढ़ते हुए 15 जून को ये गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार पर पहुंच जाएगा। वहीं, 20 जून को ये गुजरात के आंतरिक इलाकों, एमपी के मध्य हिस्सों और उत्तर प्रदेश में दस्तक देगा।
बता दें, दक्षिण पश्चिम मानसून आम तौर पर केरल में एक जून तक पहुंच जाता है और सामान्यत: एक जून से करीब सात दिन पहले या बाद में यह पहुंचता है। मई के मध्य में आईएमडी ने कहा था कि मानसून केरल में चार जून के आसपास पहुंच सकता है। निजी मौसम पूर्वानुमान केंद्र ‘स्काईमेट’ ने केरल में सात जून को मानसून के आगमन का अनुमान जताया था और कहा था कि मानसून सात जून से तीन दिन आगे पीछे आ सकता है।