बिलासपुर,
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉ प्रवीण कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि शरीर के लिए संतुलित आहार लेना बहुत आवश्यक है। संतुलित आहार सीधे तौर पर स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है जो कि बीमारियों से उभरने या रोकने में मदद करता है। हमारा शरीर अपनी उर्जा के लिए भोजन पर आश्रित रहता है। उन्होंने बताया कि हमें अपनी शारीरिक गतिविधियों के लिए तमाम तत्वों की आवश्यकता होती है। ऐसा भोजन जो इन सभी जरूरतों को पूरा कर सके वही संतुलित आहार माना जाता है। हमारे शरीर को पूरी तरह स्वस्थ रखने के लिए तमाम पोषक तत्वों की जरूरत होती है। यह पोषक तत्व अलग-अलग भोजन से प्राप्त होते हैं जैसे ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, हरी फलियां, सूखे मेवे, डेरी पदार्थ आदि पोषक तत्वों की शरीर के लिए के लिए आवश्यकता होती है।
उन्होंने बताया कि शरीर के निर्माण के लिए प्रोटीन आवश्यक तत्व है जिससे शरीर का निर्माण और ऊर्जा प्राप्त होती है। संतुलित आहार में प्रोटीन, विटामिन व मिनरल हमें ताजे फलों और सब्जियों आदि से प्राप्त होते हैं जो कि हमारे बी.पी. को नियंत्रित करते हैं। शरीर के विकास के लिए कैल्शियम का महत्व भी बहुत अधिक है जिसे हड्डियों और दातों का विकास होता है। कैल्शियम हमें दूध और डेयरी उत्पादों से प्राप्त होता है। इसी तरह शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए कार्बाेहाइड्रेट और वसा की आवश्यकता भी होती है जो हमें साबुत अनाज ब्राउन राइस आदि अनाज व सब्जियों से प्राप्त होती हैं जो शरीर को प्रतिरोधी क्षमता को मजबूत करता है। फैट जो घी, तेल, मक्खन और शुगर को गुड, शहद आदि से प्राप्त किया जा सकता है। संतुलित आहार में सभी तत्व मौजूद हो और जिसे जीव द्वारा जीवन जीने के लिए ग्रहण किया जा सके उसे भोजन कहते हैं। भोजन में अनेक पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं जैसे कार्बाेहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, खनिज, लवण, विटामिन और जल आदि पौष्टिक तत्व हमारे शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं।
उन्हांेने बताया कि पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग डाइट चार्ट होना आवश्यक है। पुरुषों के लिए कार्बाेहाइड्रेट और प्रोटीन युक्त भोजन सोने से लगभग एक घंटा पहले ग्रहण करने की आदत बनांए, सुबह व्यायाम तथा टहलने की आदत, सुबह उठकर एक गिलास दूध और बादाम तथा शाम को थोड़ा सा स्नेक्स जैसे जूस, फल, ग्रीन टी, नाश्ते में अंकुरित अनाज लें। उसी तरह महिलाओं के लिए नाश्ते में प्रोटीन युक्त आहार ब्रेड या दलिया, अंकुरित अनाज का सेवन मौसमी फलों का सेवन दूध और नट्स भोजन में दो रोटी, एक कटोरी चावल, दाल, सब्जी, सलाद, दही, शाम के वक्त ग्रीन टी, जूस, फल या नट्स रात का भोजन दिन की तुलना में हल्का होना चाहिए, दो रोटी, सब्जी, सलाद एवं एक कटोरी दाल, रात में सोने से पहले एक गिलास दूध पीना आवश्यक है। हर व्यक्ति के लगभग 1200 से 1800 कैलोरी की आवश्यकता होती है। व्यक्ति के लिए दिन में तीन मुख्य भोजन जैसे नाश्ता, दोपहर का खाना, रात का खाना 300 से 350 कैलोरी होना आवश्यक है। भोजन को अच्छी प्रकार से चबाकर खाएं।
उन्होंने बताया कि विशेष तौर पर गर्भवती महिलाओं के लिए भोजन संतुलित होना चाहिए क्योंकि उसके पेट में पल रहा बच्चा मां से ही भोजन ग्रहण करता है। गर्भवती महिलाओं को हर दिन 2000 कैलोरी की आवश्यकता होती हैैै। गर्भावस्था में तीन या चार बार भोजन करना चाहिए। इस दौरान 1 दिन में प्रोटीन की तीन से चार खुराक की आवश्यकता होती है। उसी तरह कैलोरी की आवश्यकता 1000 मिलीग्राम प्रतिदिन, फौलिक एसिड 600 से 800 माइक्रोग्राम, आयरन 27 माइक्रोग्राम प्रोटीन 70 से 100 ग्राम प्रतिदिन होती है। उन्होंने बताया कि भोजन को अच्छी प्रकार से चबाकर खाएं ,भोजन खाने के पश्चात 10 से 15 मिनट सैर करें शरीर को संतुलित रखने के लिए योग प्राणायाम एवं ध्यान करें।