बिलासपुर,
बिलासपुर जिला में 8 जून 2023 को मेगा मॉक ड्रिल एक्सरसाइज का आयोजन किया जाएगा यह जानकारी सहायक आयुक्त राजीव ठाकुर ने आज बचत भवन में आयोजित एक बैठक के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि 8 जून को जिला में 5 चिन्हित जगह पर बाढ़, भूस्खलन, आग लगने से प्रतीकात्मक नुकसान मानकर बचाव-राहत कार्यों का मॉक अभ्यास किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 8 जून 2023 को 5 चयनित स्थानों में उपमंडल सदर के अंतर्गत चांदपुर पुल के समीप गांव बधयात में बाढ़ की स्थिति में लोगों के बचाव व राहत कार्य, इसके अतिरिक्त ब्वॉय स्कूल बिलासपुर में आग लगने की स्थिति में छात्रों को सुरक्षित निकालना राहत एवं बचाव कार्य, क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में आपदा की स्थिति में अधिक संख्या में घायलों के पहुंचने पर फर्स्ट ऐड एवं स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने, बामटा चौक पर भूस्खलन के कारण आई आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्य, कोलडैम में अत्यधिक बारिश होने पर लव कुश टनल से पानी छोड़ने से आस-पास के गांव में राहत एवं बचाव कार्य का अभ्यास किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बाढ़ आपदा प्रबंधन पर 6 जून 2023 को टेबल टॉप अभ्यास होगा।
मेगा मॉक अभ्यास को लेकर बताया कि इसका मकसद बाढ़ जैसी स्थिति में जिला प्रशासन की आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना और मानक संचालन प्रक्रियाओं का मूल्यांकन करना है। साथ ही विभिन्न विभागों के आपातकालीन सहायता कार्यों के बीच समन्वय बढ़ाने और विभिन्न हितधारकों की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों से अवगत कराने पर फोकस किया जाएगा।
मॉक अभ्यास के जरिये जिला प्रशासन लोगों को तो शिक्षित करेगा ही बाढ़ की स्थिति में आपदा प्रबंधन की अपनी तैयारियों की समीक्षा और कमियों का विश्लेषण भी करेगा बाढ़ आपदा प्रबंधन पर मॉक अभ्यास के दौरान बाढ़ के दौरान खोज और बचाव कार्यों का व्यावहारिक प्रदर्शन किया जाएगा।
उन्होंने कहा यह मॉक अभ्यास वास्तविक आपात स्थिति की तरह ही किया जाएगा। इससे जिला आपदा प्रबंधन योजना के अलावा विभागों की अपनी आपदा प्रबंधन योजना की भी समीक्षा होगी, हमें अपनी कमियों का अंदाजा होगा, साथ ही तैयारियों में अंतर का भी पता चलेगा। इसके अलावा संसाधनों के उपयोग और संचार आदि की कमियों तथा तैयारियों का भी पता चलेगा। इससे सीख लेकर जिला आपदा प्रबंधन योजना को और पुख्ता बनाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि मॉक अभ्यास के माध्यम से जिला में आपदा प्रबंधन की तैयारियों व क्षमताओं का गहन आकलन एवं विश्लेषण किया जाएगा।इस दिन जिले में बाढ़ से प्रतीकात्मक नुकसान मानकर मॉक अभ्यास किया जाएगा। अभ्यास में पुलिस बल, होम गार्ड, अर्धसैनिक बल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल जैसी केंद्रीय एजेंसियों के अलावा जिला के आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी हिस्सा लेंगे।