आनी,
आनी के दलाश् रीवाडी गाँव में सरकार ने राधे राधे वेटरनरी प्रशिक्षण संस्थान को मंजूरी प्रदान की है। जिसमें जमा दो कक्षा में किसी भी संकाय में 55 अंक प्राप्त युवा द्विवर्षीय प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर सकता है। इस प्रथम सत्र वर्ष 2023-25 में प्रवेश की प्रक्रिया आरंभ हो गई है और उसकी अंतिम तिथि 25 सितंबर है। संस्थान के चेयरमैन कम प्रबन्ध निदेशक डाॅ.मुकेश शर्मा ने बताया कि उनके संस्थान में वर्ष 2023-25 के प्रथम बैच हेतू कुल 60 सीटों के लिए वेटरनरी फार्मेसी प्रशिक्षण की कक्षाएं जल्द शुरू की जायेंगी। जिसके लिए प्रवेश की प्रक्रिया इन दिनों जोरों से चली है। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण के इच्छुक अभ्यर्थी संस्थान में आकर अपना आवेदन निर्धारित प्रपत्र पर आवश्यक दस्तावेज के साथ कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि वेटरनरी फार्मेसी का प्रशिक्षण प्राप्त करने के
इच्छुक अभ्यर्थी की न्यूनतम योग्यता किसी भी संकाय में 55 अंक के साथ जमा दो उतीर्ण होना अनिवार्य है। जबकि अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति से सम्बन्धित अभ्यर्थियों को आवेदन में 5 अंक की छूट रहेगी। डाॅ. मुकेश शर्मा ने बताया कि आवेदनकर्ताओं को आवेदन प्रपत्र के साथ अपने प्रमाण पत्र. जिसमें दसवीं व जमा दो कक्षा . आधार कार्ड. हिमाचली प्रमाण पत्र तथा चरित्र प्रमाण पत्र की सत्यापित प्रतियां व दो पास पोर्ट साईज फोटो जमा करवाने होंगे। उन्होंने बताया कि सरकार ने पहले वेटरनरी फार्मेसी प्रशिक्षण के लिए विज्ञान संकाय में 55 प्रतिशत अंक की अधिसूचना जारी की थी. मगर प्रदेशभर के वेटरनरी फार्मेसी प्रशिक्षण संचालकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस सबन्ध में प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा पशुपालन मंत्री चन्द्रकुमार से मुलाकात कर.इस प्रशिक्षण में न्यूनतम 55 प्रतिशत के साथ विज्ञान संकाय की पात्रता को रद्द करने की मांग उठाई. जिस पर गहन मंथन के बाद सरकार ने इस प्रशिक्षण हेतू विज्ञान संकाय में जमा दो की पात्रता को खारिज करते हुए. प्रशिक्षण के लिए अब जमा दो कक्षा किसी भी संकाय में 55 अंक पास के प्रस्ताव को कैबिनेट में पास कर इसकी अधिसूचना को नये सिरे से जारी किया है। जिसके लिए प्रदेशभर के वेटरनरी फार्मेसी प्रशिक्षण संचालकों ने इस फेरबदल के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा पशुपालन मंत्री चन्द्रकुमार सहित उनकी कैबिनेट का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्णय से अब गाँव के गरीब बच्चे भी घर द्वार पर ही वेटरनरी फार्मेसी का प्रशिक्षण प्राप्त कर अपना भविष्य संवार सकेंगे।