Friday, May 03, 2024
Follow us on
ब्रेकिंग न्यूज़
कांग्रेस हार से भयभीत , शीर्ष नेतृत्व सुरक्षित सीट के लिए कर रहा भागदौड़ : अनुराग ठाकुरनए मतदाओं का पंजीकरण कर उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया में शामिल करने पर दिया जाए विशेष बल: मनीष गर्गऊना जिले में मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित मिलेंगे मतदान केंद्र सुशील शर्मा ने एसजेवीएन के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक और निदेशक (कार्मिक) का अतिरिक्त कार्यभार ग्रहण कियाबड़ू, स्वाहल, मोहीं, बरोहा में 5 को बंद रहेगी बिजली1500 रुपए के फॉर्म की रद्दी उठाने का  ठेका किसे देने जा रहे सीएम : राजीव बिंदल वर्तमान कांग्रेस सरकार ने केंद्र से दी गई आपदा राशि भी पूरी नहीं खर्ची : भट्टएम.ए राजनीति विज्ञान प्रवेश परीक्षा के लिए श्री राम ऑनलाइन फ्री कोचिंग बैच शुरू*
-
हेल्थ और लाइफस्टाइल

मानसिक स्वास्थ्य और उसका उपचार -डॉ विनोद नाथ

-
डॉ विनोद नाथ | October 11, 2023 12:07 PM

 

मानसिक स्वास्थ्य इस बात पर निर्भर करता है कि लोग कैसे सोचते हैं, महसूस करते हैं और व्यवहार करते हैं। मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ अवसाद, चिंता, द्विध्रुवी विकार, लत और अन्य स्थितियों से पीड़ित लोगों की मदद कर सकते हैं जो उनके विचारों, भावनाओं और व्यवहार को प्रभावित करते हैं।मानसिक स्वास्थ्य दैनिक जीवन, रिश्तों और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। हालाँकि लोगों के जीवन के कारक, पारस्परिक संबंध और शारीरिक कारक मानसिक अस्वस्थता में योगदान कर सकते हैं।

 मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करने से व्यक्ति की जीवन का आनंद लेने की क्षमता सुरक्षित रह सकती है। ऐसा करने में जीवन की गतिविधियों, जिम्मेदारियों और मनोवैज्ञानिक लचीलापन प्राप्त करने के प्रयासों को संतुलित करना शामिल है। तनाव, अवसाद और चिंता सभी मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं और व्यक्ति की दिनचर्या को बाधित कर सकते हैं। हालाँकि स्वास्थ्य पेशेवर अक्सर मानसिक स्वास्थ्य शब्द का उपयोग करते हैं, डॉक्टर मानते हैं कि कई मनोवैज्ञानिक विकारों की जड़ें शारीरिक होती हैं।

मानसिक बीमारियाँ हर साल 19% वयस्क आबादी, 46% किशोरों और 13% बच्चों को प्रभावित करती हैं। अपने मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे लोग आपके परिवार में हो सकते हैं, आपके पड़ोस में रहते हैं, आपके बच्चों को पढ़ाते हैं, अगले कक्ष में काम करते हैं । हालाँकि, प्रभावित लोगों में से केवल आधे को ही उपचार मिल पाता है, अक्सर मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कलंक के कारण। अनुपचारित, मानसिक बीमारी उच्च चिकित्सा व्यय, स्कूल और काम पर खराब प्रदर्शन, रोजगार के कम अवसर और आत्महत्या के जोखिम को बढ़ा सकती है।

यद्यपि पिछले दशकों में मानसिक बीमारी की सामान्य धारणा में सुधार हुआ है, लेकिन अध्ययनों से पता चलता है कि मानसिक बीमारी के खिलाफ कलंक अभी भी शक्तिशाली है, मुख्य रूप से मीडिया की रूढ़िवादिता और शिक्षा की कमी के कारण, और लोग मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों को दूर से ही नकारात्मक कलंक मानते हैं। कैंसर, मधुमेह या हृदय रोग जैसी अन्य बीमारियों और विकलांगताओं की तुलना में  मानसिक बीमारियों की दर बहुत अधिक है, किंतु हम अपने व्यक्तिगत व सामाजिक कारण से इस तथ्य को नकार देते हैं, मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति से जूझ रहे किसी व्यक्ति के लिए कलंक और गलत सूचना भारी बाधाओं की तरह महसूस हो सकती है।

इसका सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण कारण जागरूकता की कमी है हमें हर आयु वर्ग के लोगों में अधिक से अधिक जागरूकता फैलानी होगी ताकि हम शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह के स्वास्थ्य का सही संतुलित अपने समाज में पैदा कर सके। इस विषय में योगाभ्यास का बहुत बड़ा योगदान हो सकता है । यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि योग को मानसिक बीमारियों की निदान के लिए बहुत ही कम प्रयोग में लाया जा रहा है वर्तमान में प्रोफेसर विनोद नाथ जी मानसिक बीमारियों के निदान के लिए योग के योगदान पर बहुत गहन विचार व अनुसंधान कर रहे हैं । वह योग की नई पद्धति न्यूरो कॉग्निटिव योग के संस्थापक भी है वह देश व विदेश में बहुत लोगों को मानसिक तनाव व बीमारियों से मुक्ति दिलाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।

अधिक जानकारी के लिए आप संपर्क कर सकते हैं:

 

डॉ विनोद नाथ

अध्यक्ष श्री नाथ योग शिक्षा एवं अनुसंधान फाउंडेशन (पंजीकृत)

 

 

 

 

-
-
Have something to say? Post your comment
-
और हेल्थ और लाइफस्टाइल खबरें
निरंकारी एकता दिवस में उपायुक्त मुकेश रेपसवाल  ने किया रक्तदान राजकीय  प्राथमिक पाठशाला महालियत में चिकित्सा शिविर आयोजित अच्छे  स्वास्थ्य के लिए योग जरूरी है वैसे ही स्वस्थ लोकतंत्र के लिए मतदान जरूरी है-ओम कांत ठाकुर कराणा में 53 लोगों के स्वास्थ्य की हुई जाँच आयुष  हैल्थ एंड वैलनेस सेंटर के तत्वाधान में कार्यक्रम आयोजित रिज मैदान पर एक दिवसीय रक्तदान शिविर का आयोजन टौणी देवी में डायरिया : शिवरात्रि, व्रत, भंडारे या फिर जल शक्ति विभाग का दूषित पेयजल , जांच टीम ने जुटाए फैक्ट्स 12 पंचायतों के 27 गांवों के सैंकड़ों लोग उल्टी दस्त रोग से ग्रसित आनी में  80 बूथ पर 3030 बच्चों को पिलाई जायेगी पोलियो की खुराक आयुष हैल्थ एंड वैलनेस सेंटर कराणा ने  जाबो में 96 ग्रामीणों का किया हेल्थ चेक अप टौणी देवी में विद्युत विभाग ने कचरा लगाया ठिकाने
-
-
Total Visitor : 1,64,89,699
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy