Friday, May 03, 2024
Follow us on
ब्रेकिंग न्यूज़
जमा दो विद्यालय निरमंड में जल संरक्षण पर जागरूकता रैली आयोजितआनी में सचेत संस्था के रक्तदान शिविर में 160 लोगों ने किया रक्तदानसेक्टर अधिकारियों के लिए  ईवीएम प्रशिक्षण  कार्यशाला आयोजित कांग्रेस हार से भयभीत , शीर्ष नेतृत्व सुरक्षित सीट के लिए कर रहा भागदौड़ : अनुराग ठाकुरनए मतदाओं का पंजीकरण कर उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया में शामिल करने पर दिया जाए विशेष बल: मनीष गर्गऊना जिले में मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित मिलेंगे मतदान केंद्र सुशील शर्मा ने एसजेवीएन के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक और निदेशक (कार्मिक) का अतिरिक्त कार्यभार ग्रहण कियाबड़ू, स्वाहल, मोहीं, बरोहा में 5 को बंद रहेगी बिजली
-
देश

रंगभेद की मानसिकता से नहीं उभर पा रहा है पर्वतीय क्षेत्र।(सत्य घटना पर आधारित)

-
डॉ विनोद नाथ | February 28, 2024 10:53 AM
फोटो साभार: गूगल

मैं हिमाचल के शिमला में ही पैदा हुआ पिछले काफी समय से हमारा परिवार चार पीढ़ियों से यहां रह रहा है। कुछ समय पहले से मैं कारोबार के सिलसिले मे प्रदेश से बाहर था प्रदेश से बाहर था किंतु अक्सर मेरा यहां आना जाना लगा रहता है और साथ ही क्योंकि मेरा एक जुड़ाव पर्वतीय क्षेत्र से रहा है शिमला आना मेरे लिए एक बहुत सुखद अनुभव रहता है।

एक बार मुझे किसी काम के सिलसिले में एक प्रादेशिक विभाग में जाना पड़ा।

मेरे गेहूंए रंग के कारण जो सवाल मुझसे अक्सर पूछा जाता है कि भाई साहब आप कहां के हो?

मेरा जवाब रहता है मैं हिमाचल प्रदेश का ही निवासी हूं।

अक्सर यह सुनने को मिलता है

 "लगता तो नहीं"

 बात छोटी है परंतु इसके पीछे छुपी हुई मानसिकता के कारण में बहुत आहत हो जाता हू।

क्या करने की लोग अक्सर यह सवाल पूछते हैं? क्या उन्हें यह लगता है कि हम देश के वासी नहीं है क्या गेहुआ रंग हो जाना रंग हो जाना कोई नकारात्मक वस्तु है ?

हालांकि यह प्रश्न पूछा ही नहीं जाना चाहिए जबकि मेरे पास हिमाचली होने के लिए सभी प्रमाण है। यह मानसिकता बड़ी दुखदाई करने वाली है।

बड़े ही दुख की बात है कि शिमला जो की अच्छे स्तर पर बुद्धिजीवी वर्ग का एक क्षेत्र है। इस तरह से किसी को रंग विशेष के रूप में चिन्हित करना सही नहीं है शिमला में खास तौर पर लोग इस कुत्सित मानसिकता से ग्रसित हैंl हमें यह समझना चाहिए कि यह देश प्रदेश हम सभी भारतवासियों का है ना कि किसी एक विशिष्ट रंग रखने वाले व्यक्तियों का।

दूसरी तरफ मैं यह समझता हूं कि अभी तक बातचीत करने के सही तरीके से शिमला वासी अनभिज्ञ हो चुके हैं इस बारे में विचार किया जाना चाहिए और यह समझना चाहिए कि हम सभी भारतवासियों को एक दूसरे के साथ आपसी सामने से और समरसता का विचार पैदा करना चाहिए और ऐसी भावना रखनी चाहिए कि हम सभी भारतवासी एक हैं बिना किसी रंगभेद या किसी क्षेत्रवाद के। इस विषय में हमें सामाजिक और व्यावसायिक स्तर पर अच्छे वैचारिक मापदंड तय करने की आवश्यकता है और साथ ही हमें एक दूसरे के प्रति सम्मान व परस्पर आधार की भावनाओं को जागृत करना चाहिए और ऐसी शब्दावली का प्रयोग ना करें जिससे कि किसी के व्यक्तित्व या फिर किसी प्रकार से अपमान हो।

-
-
Related Articles
Have something to say? Post your comment
-
और देश खबरें
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए मंडी से विक्रमादित्य सिंह और शिमला लोकसभा सीट से विनोद सुल्तानपुरी को उतारा मैदान में Breaking: मंडी से कंगना रनौत और कांगड़ा से डॉ राजीव भारद्वाज होंगे भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी Delhi CM अरविंद केजरीवाल को ED ने किया गिरफ्तार, उनके घर से किया गया गिरफ्तार. कांग्रेस के बागी विधायकों की अगली सुनवाई दूसरे सप्ताह में होगी सुनवाई हमीरपुर से अनुराग ठाकुर शिमला से सुरेश कश्यप को मिला टिकट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 मार्च को किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का पुंग तक नई दिल्ली से वर्चुअल लोकार्पण करेंगे : नंदा रामपुर एचपीएस (412 मेगावाट) में सुरक्षा सप्ताह समापन एवं सम्मान समारोह आयोजित संजीव रंजन ओझा देखेंगे DGP संजय कुंडू का कार्यभार. जेपी नड्डा से मिले हर्ष महाजन राजेंद्र राणा ने हिमाचल कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष से दिया इस्तीफा
-
-
Total Visitor : 1,64,89,889
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy