आनी,
कक्षा तीसरी से पाँचवी कक्षा तक संस्कृत को बन्द करने पर जिला संस्कृत परिषद ने सरकार से अपना विरोध प्रकट जताया है। परिषद के अध्यक्ष डा. पुरुषोत्तम शास्त्री ने बताया है कि कक्षा तीसरी से पाँचवी कक्षा तक संस्कृत को बन्द करने वाली प्रदेश सरकार का जिला संस्कृत परिषद् कुल्लू कड़ा विरोध करता है । सरकार का लगातार संस्कृत से यह भेदभाव न्याय संगत नहीं हैं । कुछ समय पूर्व प्रदेश के शास्त्रियों को शास्त्री पद से बाहर किया और अब प्राथमिक कक्षाओं से संस्कृत विषय को ही हटा दिया । डाॅ.पुरुषोत्तम ने कहा कि शास्त्री पद तथा संस्कृत का अस्तित्व नष्ट करने वाली यह सरकार आने वाले समय में प्रदेश को संस्कृत शून्य करना चाहती है । सरकार का यह रवैया निन्दनीय है । उन्होंने कहा कि सरकार अपनी राजनीति के स्वार्थ में संस्कृत को आड़े लगाकर संस्कृत के जिज्ञासुओं से अन्याय कर रही है । लगातार संस्कृत से हो रहा यह अपमान असहनीय है । इस वर्ग की प्रताड़ना का खामियाजा सरकार को भुक्तना पड़ेगा ।
डाॅ.पुरुषोत्तम ने आशा जताई कि सरकार पुन: अपने इस निर्णय पर विचार करके संस्कृत हितार्थ कार्य करें ।