चौपाल,
चौपाल पंचायती राज विभाग में बतौर सचिव के पद पर तैनात नरेंद्र पांटा की मिसाल एक ईमानदार कर्मचारी के तौर पर दी जाती है। ये जितने अच्छे कर्मचारी है उतने ही बेहतर जुझारू समाजिक कार्यकर्ता भी है। ये मेहनती और मिलनसार व्यक्ति है। आम जनमानस के कार्य को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करते है। हर व्यक्ति को प्राथमिकता देना ये अपना परम कर्तव्य समझते है। कई बार देखा जाता है की कई कर्मचारीयो का व्यवहार तक आमजनता से अच्छा नही होता या काम के प्रति समर्पित नही होते। पर ये कर्मचारी उन सबसे हटकर है। अकसर देखा जाता है की ये सोशल मिडिया के माध्यम से भी लोगो को सूचनाएं पहुंचाते है और उनके अधिकारों के प्रति जागृत भी करते है। ऐसी सेवा भाव बिरले ही कर्मचारी में देखने को मिलती है। एसे कर्मचारियो से दूसरे कर्मचारियो को प्रेरणा लेनी चाहीए। हमे गर्व है की विभागो में ऐसे कर्मचारी आज भी मौजूद है।
नरेन्दर पान्टा जी वर्ष 1999 मे बतौर पंचायत सहायक ग्राम पंचायत माटल मे नियुक्त हुवे थे। नरेन्दर पान्टा जी ग्राम शीरथ डाकघर माटल के निवासी है। उन्होंने 1999 से अब तक ग्राम पंचायत माटल, ग्राम पंचायत रुसलाह, ग्राम पंचायत गोरली -मडावग, ग्राम पंचायत चांजु-चौपाल, ग्राम पंचायत मशडोंह, ग्राम पंचायत मकडोग मे बतौर पंचायत सचिव सेवाएं दी है। इसके अतिरिक्त इनके पास ग्राम पंचायत बम्टा, ग्राम पंचायत देवत, ग्राम पंचायत ननहार का भी अतिरिक्त कार्यभार रहा है। वर्तमान मे एक बार पुनः ये ग्राम पंचायत गोरली-मडावग मे बतौर पंचायत सचिव अपनी सेवाएं दे रहे है।
इतना ही नहीं, ये अपने विभाग मे पंचायत सचिव संगठन मे विकास खण्ड चौपाल मे 2000 से अभी तक लगातार अध्यक्ष पद पर रहे है। जिला परिषद कर्मचारी संगठन मे जिला शिमला मे महासचिव व राज्य संगठन मे पदाधिकारी रहे है। इसके अतिरिक्त वर्ष 2023 मे इन्हे अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ चौपाल के अध्यक्ष पद व राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संगठन मे संगठन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। साथ ही साथ अपने अपने क्षेत्र के लिए सामाजिक कार्यकर्ता के रुप मे कार्य करते रहते है । इनका विजन अपने क्षेत्र का विकास करना व जहां भी ये सेवाएं देते है वहां पर निष्पक्ष और ईमानदार तरीके से कार्य का निर्वहन करते है। गरीब, असहाय व जरूरतमंद व्यक्ति की सेवा करने को हमेशा अग्रणी रहते है।