Saturday, May 04, 2024
Follow us on
ब्रेकिंग न्यूज़
बाहु मेला धूमधाम से सम्पन्न हिमाचली गायक राज ठाकुर के नाम रही रात्रि सांस्कृतिक संध्याजमा दो विद्यालय निरमंड में जल संरक्षण पर जागरूकता रैली आयोजितआनी में सचेत संस्था के रक्तदान शिविर में 160 लोगों ने किया रक्तदानसेक्टर अधिकारियों के लिए  ईवीएम प्रशिक्षण  कार्यशाला आयोजित कांग्रेस हार से भयभीत , शीर्ष नेतृत्व सुरक्षित सीट के लिए कर रहा भागदौड़ : अनुराग ठाकुरनए मतदाओं का पंजीकरण कर उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया में शामिल करने पर दिया जाए विशेष बल: मनीष गर्गऊना जिले में मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित मिलेंगे मतदान केंद्र सुशील शर्मा ने एसजेवीएन के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशक और निदेशक (कार्मिक) का अतिरिक्त कार्यभार ग्रहण किया
-
हेल्थ और लाइफस्टाइल

2 घंटे के अंतराल में बच्चों को दें ऊपरी आहार: वीरेंद्र आर्य

-
हिमालयन अपडेट ब्यूरो | December 14, 2019 02:55 PM
कुल्लू - पोषण अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यशाला के उपरांत जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र आर्य के साथ ाल विकास परियोजना अधिकारी, जिला/खंड पोषण समन्वयक, वृत पर्यावेक्षक व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता।
 
पोषण अभियान को लेकर कार्यशाला आयोजित
कुल्लू,
 6 माह से अधिक आयु के बच्चों को मां के दूध के अतिरिक्त ऊपरी आहार देना अति आवश्यक है क्योंकि बच्चे की वृद्धि और बढ़ोतरी के लिए मां का दूध पर्याप्त मात्रा में नहीं होता है। यह जानकारी आज शनिवार को कुल्लू में पोषण अभियान के अंतर्गत आयोजित की गई एक दिवसीय कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र ंिसह आर्य ने दी। वीरेंद्र सिंह आर्य ने कार्यशाला में उपस्थित आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, जिला/खंड पोषण समन्वयक, वृत पर्यावेक्षक, बाल विकास परियोजना अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि नवजात शिशुओं और 6 माह वर्ष के बाद जिन बच्चों को अतिरिक्त आहार शुरू करना है उनका विशेष ध्यान रखने के लिए उनकी माताओं को भी जागरूक करें। उन्हें यह भी बताएं कि दिन में उस बच्चे को कम से कम 6 बार भोजन अवश्य करवाएं तथा डेढ-दो घंटे के अंतराल में ऊपरी आहार देना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि मां का दूध भी कम से कम दो साल तक बच्चे को पिलाना आवश्यक है। यदि घर का दूध बच्चे को पिलाना हो तो निप्पल, बोतल का प्रयोग न करें। बच्चों को कटोरी, गिलास या चम्मच से भी ऊपरी दूध पिलाएं क्योंकि बच्चों को 14 प्रतिशत के लगभग बीमारियां निप्पल, बोतल से दूध पिलाने से होती हैं। बच्चे के जीवन के पहले 2 वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। इस दौरान बच्चों के खाने-पीने का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बच्चों को सभी प्रकार के साग-सब्जियां, फल इत्यादि भी उसके भोजन में सम्मिलित करनी चाहिए ताकि बच्चे को संतुलित आहार मिल सके। डिब्बा बंद चीजों का सेवन बच्चे को न करवाएं तो बहुत अच्छा है। घर की बनी हुई चीजों को मसल कर लगातार खिलाते रहें। उक्त भोजन में घी/तेल की मात्रा का होना भी जरूरी है। क्योंकि यह बच्चों के उम्र के हिसाब से सर्वांगीण विकास में मदद करता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र ंिसह आर्य ने कार्यशाला में उपस्थित सभी सहभागियों से आह्यन किया कि पोषण अभियान के अंतर्गत बच्चों के खाने-पीने का विशेष ध्यान रखने के लिए उनके अभिभावकों को भी घर-घर जाकर अवगत करवाएं ताकि हमारे बच्चे कुपोषण व अनिमिया से ग्रसित न हो। समय-समय पर सभी बच्चों का वजन भी लें ताकि उनकी पोषण स्थिति के बारे में जानकारी मिलती रहे। 
-
-
Have something to say? Post your comment
-
और हेल्थ और लाइफस्टाइल खबरें
आनी में सचेत संस्था के रक्तदान शिविर में 160 लोगों ने किया रक्तदान निरंकारी एकता दिवस में उपायुक्त मुकेश रेपसवाल  ने किया रक्तदान राजकीय  प्राथमिक पाठशाला महालियत में चिकित्सा शिविर आयोजित अच्छे  स्वास्थ्य के लिए योग जरूरी है वैसे ही स्वस्थ लोकतंत्र के लिए मतदान जरूरी है-ओम कांत ठाकुर कराणा में 53 लोगों के स्वास्थ्य की हुई जाँच आयुष  हैल्थ एंड वैलनेस सेंटर के तत्वाधान में कार्यक्रम आयोजित रिज मैदान पर एक दिवसीय रक्तदान शिविर का आयोजन टौणी देवी में डायरिया : शिवरात्रि, व्रत, भंडारे या फिर जल शक्ति विभाग का दूषित पेयजल , जांच टीम ने जुटाए फैक्ट्स 12 पंचायतों के 27 गांवों के सैंकड़ों लोग उल्टी दस्त रोग से ग्रसित आनी में  80 बूथ पर 3030 बच्चों को पिलाई जायेगी पोलियो की खुराक आयुष हैल्थ एंड वैलनेस सेंटर कराणा ने  जाबो में 96 ग्रामीणों का किया हेल्थ चेक अप
-
-
Total Visitor : 1,64,91,407
Copyright © 2017, Himalayan Update, All rights reserved. Terms & Conditions Privacy Policy