शिमला,
गीता जयंती के अवसर पर पीयूष गोयल ने दुनिया की पहली हाथ से दर्पण छवि में अंग्रेजी भाषा में लिखी श्रीमद्भागवदगीता”वृन्दावन शोध संस्थान” के उपनिदेशक एस० पी० सिंह को भेंट की। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी रजत शुक्ला व संस्था की क्युरेटर ममता भी उपस्थित थे .पीयूष गोयल इससे पहले दर्पण छवि अपने हाथ से लिखी “चाणक्य नीति” ऐल्यूमिनीयम शीट पर अपनी ही लिखी पुस्तक “पीयूष वाणी” व “रामचरितमानस” संस्था के संग्रहालय को भेंट कर चुके हैं चाणक्य नीति व ऐल्यूमिनीयम शीट पर लिखी पुस्तक संग्रहालय में दर्शकों को देखने के लिए लगी हुई है। पीयूष गोयल 2003 से 2022 तक 17 पुस्तकें अपने हाथ से दर्पण छवि में लिख चुके हैं. गोयल सुई से भी पुस्तक लिख चुके हैं जो दुनिया की पहली ऐसी पुस्तक हैं जो सुई से लिखी गई हैं.वृन्दावन जाते हुए पीयूष गोयल 38 साल पहले छोड़ें चुके कॉलेज “सर्वोदय इंटर कॉलेज”, चौमुहां मथुरा में छात्र-छात्राओं से भी मिले. मोटिवेशनल स्पीकर पीयूष गोयल में छात्र-छात्राओं को बताया की आप अपनी सोच को हमेशा सकारात्मक रखे व आपको कभी भी जीवन में “नो” मिले कभी घबराना नहीं. ध्यान रखे “नो” का मतलब “Next Opportunity” हैं आपके लिए आगे बहुत सम्भावनाएँ हैं.गोयल ने बताया की 38 साल बाद कॉलजे में जाना वाक़ई बड़ा भावुक क्षण, पुरानी यादें ताज़ा लेकिन दर्द भी हुआ कॉलजे की दशा को देख कर।