नेरवा,
पीडबल्यूडी रेस्ट हाउस नेरवा के समीप हो रहा भूस्खलन न केवल नेरवा बस स्टैंड के लिए बड़ा ख़तरा बन गया है,बल्कि इस स्थान पर पहाड़ी से लगातार गिर रहे पत्थरों से यहां से गुजरने वाले वाहनों और पैदल राहगीरों को भी जान हथेली पर रख गुज़रना पड़ रहा है ! गत माह 18 तारिख को हुई भारी बरसात में इस स्थान पर भूस्खलन होने से हजारों टन मालवा सड़क और बस स्टैंड में आ गया था,जिस वजह से इस जगह पर नेरवा शिमला मार्ग कई दिन तक बंद रहा था ! मलवे से बस स्टैंड में परिवहन निगम कर्मियों के विश्राम के लिए बना शेड,बेंच व पीने के पानी की टंकी के साथ साथ कुछ निजी घरों को भी भारी नुक्सान हुआ था ! इस स्थान का स्थानीय प्रशासन सहित केंद्रीय आपदा प्रबंधन दल ने दौरा कर हालात का जायजा जरूर लिया था,परन्तु अभी तक यहां पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हो पाए हैं व यहां पर कभी भी कोई हादसा पेश आ सकता है ! 18 अगस्त को इस जगह भूस्खलन से नेरवा शिमला मुख्य मार्ग पर मलवा आने से यह मार्ग कई दिन अवरुद्ध रहा था ! इसके बाद से इस स्थान पर पहाड़ी से पत्थर गिरने का सिलसिला बदस्तूर जारी है ! जिस स्थान से यह भूस्खलन हो रहा है उस स्थान से होकर नेरवा को पेयजल की आपूर्ति करने वाली दर्जनों पाइपें गुजर रही है ! भूस्खलन से इन पाइपों के क्षतिग्रस्त होने से नेरवा की पेयजल आपूर्ति भी बार बार बाधित हो रही है ! पहाड़ी से पत्थर गिरने से इस स्थान से वाहन निकलना और पैदल चलना जोखिम भरा हो चुका है ! यहां पर पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है,जोकि इधर से गुजरने वाले वाहनों और पैदल चलने वाले राहगीरों को सुरक्षित निकालने के लिए अलर्ट कर रहे हैं ! यदि इस स्थान पर भूस्खलन को रोकने के लिए शीघ्र ही आवशयक कदम नहीं उठाये गए तो आये दिन पेयजल आपूर्ति तो बाधित होगी ही,इस स्थान पर सड़क और बस स्टैंड पर कभी भी कोई बड़ा हादसा पेश आ सकता है,क्यों कि पहाड़ी से गिरने वाले पत्थर सड़क से होकर सीधे बस स्टैंड तक पंहुच रहे हैं ! कुछ दिन पूर्व भी बस स्टैंड में पत्थर गिरने से वहां पर खड़ी एक बस बाल बाल बच गई थी ! यदि इस स्थान पर भूस्खलन को रोकने के लिए शीघ्र ही आवशयक कदम नहीं उठाये गए तो आये दिन पेयजल आपूर्ति तो बाधित होगी ही,इस स्थान पर सड़क और बस स्टैंड पर कभी भी कोई बड़ा हादसा पेश आ सकता है,क्यों कि पहाड़ी से गिरने वाले पत्थर सड़क से होकर सीधे बस स्टैंड तक पंहुच रहे हैं ! कुछ दिन पूर्व भी बस स्टैंड में पत्थर गिरने से वहां पर खड़ी एक बस बाल बाल बच गई थी ! दो दिन पूर्व हुई बारिश से इस स्थान पर एक बार फिर से भूस्खलन शुरू हो गया है एवं पत्थर गिरने शुरू हो गए हैं ! भूस्खलन से पाइपों के क्षतिग्रस्त होने से नेरवा में तीन दिन तक पेयजल आपूर्ति ठप्प रही !