शिमला,
प्रदेश में कर्मचारी नेतृत्व को सरकार निगम व बोर्डों में उचित प्रतिनिधित्व दे, ताकि कर्मचारी नेतृत्व कर्मचारियों व सरकार के मध्य बेहतर तालमेल का कार्य कर सकें। यह बात हिमाचल प्रदेश सर्वकर्मचारी पेंशनर्स, श्रमिक ,युवा व बेरोजगार संयुक्त मोर्चा के राज्य अध्यक्ष गोपाल दास वर्मा ने कही। ऊना दौरे के दौरान विभिन्न कर्मचारी नेताओं, कर्मचारियों व पेंशनर्स से मुलाकात के बाद वर्मा ने कहा कि कर्मचारी नेतृत्व की उपेक्षा नहीं होनी चाहिए। कर्मचारियों के इतिहास को बनाए रखने के लिए कर्मचारी नेताओं ने संघर्ष किया है और ऐसे में प्रदेश में जब कर्मचारी बड़ी संख्या में निर्णय लेने की स्थिति में हैं तो प्रदेश की जयराम सरकार को कर्मचारियों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ पूर्व कर्मचारी नेताओं को उचित सम्मान देने की पहल करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर के नेतृत्व में सरकार ने अनेक निर्णय ऐसे किए हैं, जिससे प्रदेश शिखर की ओर बढ़ रहा है और जनता को उनका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की अनेक समस्याओं को भी सरकार सुलझा रही है, लेकिन अनेक मांगे अभी भी ध्यानाकर्षण के लिए बाट जोह रही है। कर्मचारियों की लंबित मांगों को पूरा करवाने के लिए प्रदेश के वर्तमान कर्मचारी नेतृत्व को आपसी संघर्ष व गुटबाजी को छोड़कर एक मंच पर आना चाहिए। वर्मा ने कहा कि नेताओं के भी मार्गदर्शन की की जरूरत होगी तो हम सब तैयार रहेंगे। सभी पूर्व कर्मचारी नेता जो हिमाचल प्रदेश में कर्मचारी आंदोलन का नेतृत्व कर चुके हैं, उन सबको साथ लेकर के कर्मचारी महासंघ की ताकत को बहाल करने का प्रयास किया जा सकता हैं।